-मैथ्स, इंग्लिश व शांति शिक्षा सतत विकास का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल

-स्टूडेंट्स तक पहुंचा क्वैश्चन पेपर, मची खलबली, जांच में जुटे ऑफिसर

VARANASI

बीटीसी फोर्थ सेमेस्टर का पेपर एग्जाम से पहले लीक होने की खबर से सोमवार को हड़कंप मच गया। पूरे दिन क्वैश्चन पेपर की प्रतियां सोशल मीडिया पर दौड़ती रहीं। इसे लेकर परीक्षार्थी पूरे दिन परेशान रहे। वहीं ऑफिसर्स भी इसकी पुष्टि करने में जुटे रहे। बीटीसी 2015 की परीक्षा आठ से दस अक्टूबर तक तीन शिफ्ट में होनी है। पहले दिन का एग्जाम दो पालियों में हुआ। इसी बीच आगे होने वाले एग्जाम के पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।

दो एग्जाम के पेपर पहुंचे मोबाइल पर

नौ अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से एक बजे तक होने वाले मैथ्स के एग्जाम का पेपर स्टूडेंट्स तक सोशल मीडिया के थ्रू पहुंच गया। इसी प्रकार दस अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से एक बजे तक होने वाली इंग्लिश की परीक्षा तथा दस अक्टूबर को ही दोपहर दो से तीन बजे तक होनी वाली शांति शिक्षा एवं सतत विकास की परीक्षा का भी पेपर वायरल हो गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पेपर को लेकर परीक्षार्थी परेशान रहे तो ऑफिसर्स की सांसे अटक गयी थी। सभी इसकी सच्चाई जानने में जुटे हुए थे।

99 परसेंट हुए अपीयर

बनारस में बीटीसी के 1235 परीक्षार्थियों के लिए दो सेंटर बनाए गए हैं। राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज व राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में पहले दिन करीब 99 परसेंट परीक्षार्थियों की उपस्थिति रही। बहरहाल पहले दिन का एग्जाम किसी तरह से हो गया। लेकिन अगले दिन के एग्जाम को लेकर परीक्षार्थी सेंटर पर चर्चा करते देखे गए। वे इस सवाल का जवाब जानने में जुटे रहे कि अगले का दिन का एग्जाम होगा या नहीं।

बीटीसी का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने की अफवाह फैलाई जा रही है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। यही वजह है कि सभी परीक्षार्थियों के मोबाइल फोन जमा करा लिए गए थे।

डॉ। वीपी सिंह, डीआईओएस

पेपर लीक होने में वास्तविकता नहीं है। यह सिर्फ बदनाम करने की साजिश है। मोबाइल पर वायरल हुए पेपर को जांच के लिए भेज दिया गया है।

उमेश शुक्ल, प्रिंसिपल

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