इंटरेस्टेड स्टूडेंट्स को मिलता है चांस
कहने को तो कॉलेज में पिछले कई सालों से फोटोग्राफी क्लब था लेकिन वह एक्टिव नहीं था। लास्ट इयर से इस क्लब को नए स्टिल कैमरे, हैंडीकैम और फोटो प्रिंटर प्रोवाइड किया गया। इसके साथ ही कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन स्टूडेंट्स को फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने के लिए मोटिवेट भी करता है। जो स्टूडेंट्स इसमें इंटरेस्ट रखते हैं उनको कॉलेज में होने वाले बड़े-बड़े इवेंट्स कवर करने का मौका दिया जाता है।

किया जाता है एनकरेज
स्टूडेंट्स को मोटिवेट और एनकरेज करने के मकसद से उनके कैप्चर किए गए फोटोग्राफ को कॉलेज की इयरली मैग्जीन और वेबसाइट पर जगह दी जाती है। इसके अलावा उनके बनाए वीडियो भी कॉलेज की वेबसाइट पर अपलोड किए जाते हैं, जो स्टूडेंट्स कॉलेज के डिफरेंट इवेंट्स में एक्टिवली वर्क करते हैं उनको सर्टिफिकेट भी दिया जाता है।

कैप्चरिंग से लेकर प्रिंटिंग तक
स्टूडेंट्स फोटोग्राफी से लेकर उसका प्रिंटआउट निकालने तक का सारा काम खुद करते हैं। जैसे कैप्चरिंग के बाद उसकी कम्प्यूटर पर एडिटिंग और फिर प्रिंटर से प्रिंटआउट निकालना। इसके लिए कॉलेज की आईटीआरसी बिल्डिंग में अलग से प्रिंटर लगाया गया है। समय-समय पर स्टूडेंट्स अपनी रिक्वायरमेंट्स क्लब को बताते रहते हैं।

सभी इवेंट्स करते हैं खुद कवर
फोटोग्राफी क्लब से इस समय लगभग 25 से 30 स्टूडेंट्स जुड़े हुए हैं। इनमें से कुछ स्टूडेंट्स परमानेन्ट्ली इसमें अटैच रहते हैं जबकि कुछ इवेंट्स के दौरान पार्टिसिपेट करते हैं। हर इवेंट से पहले क्लब की ओर से एक्टिव मेम्बर्स को यह जिम्मेदारी दी जाती है कि वह इवेंट की इंपॉर्टेंस, गैदरिंग के अकॉर्डिंग अन्य स्टूडेंट्स को उनके इंटरेस्ट के हिसाब से इसमें इनवॉल्व करें। लास्ट इयर हुए नेशनल इवेंट 'अयास', कॉलेज के गोल्डन जुबिली फंक्शन्स, कॉलेज में सीएम अखिलेश यादव की विजिट जैसे सभी बड़े इवेंट्स में सारी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी इसी क्लब के स्टूडेंट्स ने की। लगभग दो मंथ्स पहले हुए कॉलेज के एनुअल स्पोर्ट्स भी इसी क्लब के स्टूडेंट्स ने हर मूमेंट को कैप्चर किया।

जल्द आएंगे प्रोफेशनल इक्विपमेंट्स
अभी तक क्लब में सिर्फ नॉर्मल डिजिटल कैमरे और हैंडीकैम दिए गए हैं। लेकिन अब स्टूडेंट्स के इंटरेस्ट को देखते हुए क्लब में प्रोफेशनल एसएलआर कैमरे और वीडियो कैमरे मंगाए जाने की तैयारी की जा रही है। इन प्रोफेशनल एक्वीपमेंट्स को हैंडिल करने में स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम न हो इसके लिए प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स से वर्कशॉप्स ऑर्गेनाइज कराने की भी प्लानिंग चल रही है। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। जेपी सैनी ने बताया कि क्लब में जो भी रिक्वॉयरमेंट्स हैं उनको कोऑर्डिनेटर और स्टूडेंट्स से डिस्कस करके पूरा किया जाएगा।

नेचर और मूड एंड मूमेंट्स को कैमरे में कैप्चर करना अच्छा लगता है। बीटेक में एडमिशन के बाद अपनी हॉबी के लिए कम टाइम देता था, लेकिन जब से क्लब एक्टिव हुआ, फिर से हॉबी पूरी कर रहा हूं.
अनमोल

पढ़ाई के साथ अपनी हॉबी के लिए टाइम मिलने से अच्छा लगता है। जब अपना वर्क कॉलेज की मैग्जीन में देखने को मिलता है तो अच्छा लगता है। कई फोटोग्राफी कांटेस्ट में पार्टिसिपेट किया है.
गौरांग

खुद के लिए तो फोटोग्राफी मोस्ट्ली स्टूडेंट्स करते हैं। लेकिन जब वही काम एक रिस्पांसिबिलिटी के साथ मिले तो अच्छा लगता है। क्लब के सीनियर्स से काफी कुछ नया सीखने को मिलता है।
विशाल

हम लोग फोटोग्राफी से लेकर उसकी प्रिंटिंग तक सब काम खुद मिलकर करते हैं। इस क्लब में कई मेम्बर्स हैं। इससे जूनियर्स-सीनियर्स में फ्रेंडशिप भी बढ़ती है और टीम वर्क में काम करना आता है।
सौरव

स्टूडेंट्स को जब उनकी इच्छा के अनुसार काम करने का मौका मिलता है तो वह और अच्छे से पढ़ाई करते हैं। किसी भी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट का काम सिर्फ पढ़ाना नहीं बल्कि स्टूडेंट्स का ओवरऑल डेवलपमेंट करना है। स्टूडेंट्स एक्टिवली इसमें पार्टिसिपेट कर रहे हैं।
प्रो। जेपी सैनी, प्रिंसिपल, एमएमएमईसी

जब स्टूडेंट फाइनल इयर में आता है तो हम उसका पार्टिसिपेशन कम कर देते हैं क्योंकि उसके सामने प्लेसमेंट्स, जॉब का टेंशन होता है। उनकी जगह पर फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड इयर स्टूडेंट्स को अधिक मौका दिया जाता है।
डॉ। एके पांडेय, कोऑर्डिनेटर, फोटोग्राफी क्लब

 

report by : shailesh.arora@inext.co.in