- एमएमएमयूटी के स्टूडेंट्स गांव के बच्चों को लाकर दे रहे हैं एजुकेशन

- 14 मेंबर्स की है टीम, पढ़ाने से लेकर कॉपी, बुक्स का करते हैं बंदोबस्त

GORAKHPUR : आज के दौर में एजुकेशन हासिल करना न सिर्फ जरूरी है, बल्कि मजबूरी भी है। बावजूद इसके पैसे की कमी की वजह से हजारों परिवार ऐसे हैं, जो अपने बच्चों को स्कूल तक भेजना तो दूर, दो वक्त की रोटी तक नहीं जुटा पाते। कुछ ऐसे ही लोगों के बच्चों को एजुकेट करने का बीड़ा एमएमएमयूटी के बडिंग इंजीनियर्स ने अपने कंधों पर उठाया है। उनकी इस पहल से न सिर्फ उन बच्चों को एजुकेशन हासिल हो रही है, बल्कि यह उनके फ्यूचर को सवांरने में भी मददगार साबित हो रहा है।

बडिंग इंजीनियर्स की क्ब् मेंबर्स की है टीम

इंजीनियरिंग के भारी भरकम सिलेबस से दबे होने के बावजूद एमएमएमयूटी के क्ब् स्टूडेंट्स समाज के बारे में भी सोच रहे हैं। बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स थर्ड इयर के स्टूडेंट्स नवीन कृष्ण राय की अगुवाई में यह स्टूडेंट्स डेली यूनिवर्सिटी के पास मौजूद गांव के बच्चों को यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित 'मालवीय शिक्षा निकेतन' में लाते हैं। इन्हें दो घंटे तक एजुकेशन प्रोवाइड करने के बाद यह उन्हें वापस उनके गांव तक छोड़कर आते हैं।

वीक में चार दिन होती है क्लास

स्कूल न पहुंच पाने वाले बच्चों को एजुकेशन प्रोवाइड करने के लिए क्ब् मेंबर्स का यह ग्रुप अब सहयोग के नाम से पहचाना जाता है। इसमें पूरे कैंपस स्टूडेंट्स का सपोर्ट रहता है और शाम में भ्.फ्0 से 7.फ्0 तक क्लासेज कंडक्ट की जाती हैं। इस टीम में मुदित सक्सेना, गौरव मौर्या, नवीन राय, सौरभ सिंह, विपिन शर्मा, तुशार वर्मा, मंजीत सिंह, एश्वर्य चौहान, कपिल मलिक, राघव गर्ग, नीरज विश्वकर्मा, अभिषेक कुमार, शुभम शुक्ला, वीरेंद्र सिंह, अहमद राशिक, लोकेश मंगल, विवेक पटेल, विवेक पटेल, कुमार गणेश और मोहम्मद आमिर शामिल हैं। इसके साथ ही बाद में शीना गर्ग, अंजली तिवारी, कंचन पाल, सोनाली मिश्रा, प्रज्ञा पांडेय, स्वाति सिंह भी इस ग्रुप से जुड़कर शिक्षा की अलख जला रही हैं।