प्रदेश के फाइनेंस मिनिस्टर ने बजट में काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण के लिए दिये 207 करोड़

बीएचयू में बन रहे वैदिक विज्ञान केन्द्र के लिए 16 करोड़ रुपये की भी दी सौगात

VARANASI

उत्तर प्रदेश के फाइनेंस मिनिस्टर राजेश अग्रवाल ने साल 2019-20 का बजट गुरुवार को विधानसभा में पेश किया। प्रदेश में चल रहे विकास योजनाओं के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने बनारस को बजट में महत्वपूर्ण स्थान दिया है। जी हां बजट में काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण योजना के क्रियान्वयन के लिए शासन ने 207 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा बीएचयू में बन रहे वैदिक विज्ञान केन्द्र के लिए भी यूपी सरकार ने 16 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव रखा है।

कॉरिडोर का होगा विस्तार

विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण योजना पीएम नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। पीएम 19 फरवरी को बनारस दौरे पर आ रहे हैं। इसी दौरान वह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का शिलान्यास भी करेंगे। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान लगायी गयी प्रदर्शनी में पीएम को कॉरिडोर का इसका ड्राइंग भी दिखाया गया था। विस्तारीकरण योजना के तहत 270 भवनों में से 223 का अधिग्रहण किया जा चुका है। विस्तारीकरण योजना के लिए पहले आये 360 करोड़ रुपये में से 250 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। शासन की ओर से 216 करोड़ नये दिये जाने का प्रस्ताव है। इससे कॉरिडोर का विस्तार व सौन्दर्यीकरण किया जायेगा। शासन के बजट में वाराणसी मेट्रो रेल परियोजना के लिए प्रयागराज और गोरखपुर के साथ 150 करोड़ रुपये दिये जाने का भी प्रस्ताव है। वहीं संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के लिए भी 21 करोड़ 51 लाख रुपये बजट में दिये गये हैं।

काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र का विस्तारीकरण कार्य तेजी से चल रहा है। बजट में विस्तारीकरण योजना के लिए 216 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया गया है। इसके पहले भी 360 करोड़ रुपये विस्तारीकरण के लिए मिल चुके हैं।

विशाल सिंह, सीईओ काशी विश्वनाथ मंदिर

वैदिक विज्ञान केन्द्र को भी सौगात

बीएचयू में वैदिक विज्ञान केन्द्र का निर्माण कार्य चल रहा है। इस केन्द्र में वेदों और विज्ञान के समन्वय से समाज के लोगों को जीवन बेहतर बनाने के लिए काम किया जायेगा। इसके लिए पिछले साल 12 करोड़ रुपये मिले थे। केन्द्र के भवन का शिलान्यास पीएम नरेन्द्र मोदी ने 18 सितम्बर, 2018 को किया था। इस भवन का निर्माण बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर के बगल में हो रहा है। पांच मंजिला भवन में 30 कमरे, 1 सभागार, 07 व्याख्यान कक्ष, केन्द्रीयकृत प्रयोगशाला कक्ष, वैदिक न्यूरोलॉजिकल लैब, एक स्टूडियो और विशालतम पुस्तकालय आदि है। शासन ने इस बजट में 16 करोड़ रूपये और देने का प्रस्ताव दिया है। इससे वैदिक संग्रहालय, वैदिक वेदशाला, योग सभागार, केन्द्रीयकृत-प्रयोगशाला, श्रौतस्मार्त यज्ञशाला, अध्यापकों के आवास आदि का निर्माण किया जायेगा। विभिन्न शोध अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए कुल 07 प्रभागों के लिए चेयर प्रोफेसर, विजिटिंग फेलो, शोध सहायक तथा शैक्षणिक गैरशैक्षणिक अनेक पदों की नियुक्तियां हाेंगी।

वर्जन

वैदिक विज्ञान केन्द्र के निर्माण के लिए पहले चरण में 12 करोड़ रुपये मिले थे। अब प्रदेश सरकार की ओर से 16 करोड़ रुपये और मिलेंगे। पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस केन्द्र की आधारशिला रखी थी। इसका निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा करा लिया जायेगा।

डॉ उपेन्द्र त्रिपाठी, समन्यवक वैदिक विज्ञान केन्द्र