- 18 संवेदनशील जिलों में संक्रमण रोकने को प्रभावी कदम उठाने के निर्देश

- कम्युनिटी किचन की तरह शेल्टर होम्स की भी कराई जाएगी जियो टैगिंग

रुष्टयहृह्रङ्ख : कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए प्रयासरत योगी सरकार अब संवेदनशील 18 जिलों के लिए खास रणनीति बनाने की तैयारी में है.सीएम योगी आदित्यनाथ ने आला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इन जिलों में तैनात किए गए नोडल अधिकारियों से फीडबैक लेकर उसके आधार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए रणनीति बनाएं। इसके साथ ही उन्होने प्लाज्मा थेरेपी को भी आगे बढ़ाने की बात कही है।

प्लाज्मा थेरेपी के मिले अच्छे परिणाम

सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थैरेपी को बढ़ाने पर विचार करना चाहिए, क्योंकि इसके अच्छे परिणाम मिले हैं। उन्होंने मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य व पुलिस महानिदेशक को सभी 18 संवेदनशील जिलों के नोडल अधिकारियों से फीडबैक लेने और कोरोना के बढ़ते मामलों पर प्रभावी नियंत्रण के निर्देश दिए।

लोगों को करें जागरूक

सीएम योगी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जिन औद्योगिक इकाइयों को चलाने की अनुमति दी गई है, वहां पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन जरूर हो। वॉलंटियर्स की टीम गठित कर लोगों को कोरोना के विषय में जागरूक करें। पूरे प्रदेश में लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जाए। किसी भी हाल में कहीं कोई भीड़ इकट्ठा न हो। सोशल मीडिया की निरंतर निगरानी करें। उन्होंने अपर मुख्य सचिव राजस्व को कम्युनिटी किचेन की तरह ही शेल्टर होम्स की भी जियो टैगिंग कराने के निर्देश देते हुए कहा कि क्वारंटाइन में रखे गए लोगों के नाम, पते, मोबाइल नंबर संकलित करते हुए इन्हें आरोग्य सेतु एप से जोड़ें। मुख्यमंत्री ने कहा कि लेन-देन के लिए रुपे कार्ड और अन्य माध्यम को बढ़ावा दिया जाए। वहीं, सभी ग्रामीण सेवाओं को मुहैया कराने के लिए ग्राहक सेवा केंद्र (सीएससी) की तर्ज पर व्यवस्था बनाई जाए, जिससे बैंकों में होने वाली भीड़ को कम किया जा सके। बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मेडिकल वेस्ट का भी निस्तारण कराएगी डेडिकेटेड टीम

लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि हर जिले में डेडिकेटेड टीम का गठन कर चिकित्सा कर्मियों के बीच संक्रमण रोकने का प्रयास शुरू किया गया है। इस टीम में एक पर्यावरण इंजीनियर को भी शामिल किया गया है, जो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण का काम करेगा।

दूसरे राज्यों से वापस लाए 9800 प्रदेशवासी

सीएम के निर्देश पर हरियाणा और उत्तराखंड से उत्तरप्रदेश के लोगों को लाने का कार्य शुरू हो गया है। शनिवार को 2200 और अब तक 9800 लोगों को वापस लाया गया है। कुछ और लोगों को अभी लाया जा रहा है।