- बिजली बचाने के क्रम में शहर की स्ट्रीट लाइट्स में लगे बल्बस को LED बल्ब से किया जाएगा रिप्लेस

- शासन स्तर पर ट्यूबलाइट और सोडियम लाइट्स की जगह LED लगाने की पहल

VARANASI:

बिजली बचाने की मुहिम के तहत शहर की स्ट्रीट लाइट्स में खपत होने वाली बिजली को कम करने की एक पहल की गई है। जिसके तहत पूरे शहर की स्ट्रीट लाइट्स में ट्यूबलाइट्स, सीएफएल को रिप्लेस किया जाएगा। इनकी जगह पर कम उर्जा खपत वाली एलईडी लाइट्स लगाई जाएंगी। पिछले दिनों ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी की बनारस में हुई मीटिंग में बिजली बचाने की कवायद के तहत सड़कों पर एलईडी बल्ल लगाने की बात शुरू हुई थी। पॉवर कॉरपोरेशन की ओर से नगर निगम को इस तरह का प्रपोजल भेजा गया था। अब शासन स्तर से शहर की सड़कों को रोशन करने की कवायद शुरू की गयी है। पिछले दिनों लखनऊ में नगर विकास सचिव एसपी सिंह ने बनारस के नगर आयुक्त उमाकांत त्रिपाठी से इस बाबत चर्चा की और प्रपोजल तैयार करने को कहा है।

एलईडी बांटेगा कॉरपोरेशन

भारत सरकार के ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी के साथ मिलकर चलाये जा रहे इस कार्यक्रम के तहत बिजली बचाने के हर उपाय को इंप्लीमेंट किया जा रहा है। इसके अलावा उपभोक्ताओं से भी साधारण बल्ब, ट्यूबलाइट व सीएफएल की जगह एलईडी बल्ब लगाने की अपील की जा रही है। इसी क्रम में पॉवर कॉरपोरेशन ने होम कंज्यूमर्स को लोड के अनुसार तीन से लेकर क्0 एलईडी बल्ब देने की कवायद शुरू की है। कैंटोन्मेंट एरिया में बिजली बचाने की कवायद के तहत पहले से ही स्ट्रीट लाइट्स में एलईडी बल्ब लगाये जा चुके हैं।

70 परसेंट तक बचेगी बिजली

एक्सप‌र्ट्स का मानना है कि शहर की स्ट्रीट लाइट्स को एलईडी से रोशन करने में बिजली की हो रही खपत में 70 परसेंट तक की बचत की जा सकती है। इतनी बिजली बचा कर शहर की बिजली सप्लाई को बेहतर बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। खास बात यह है कि एलईडी लगाने वाली संस्था दस साल तक इसके मेंटेनेंस की व्यवस्था भी देखेगी। एक पांच वॉट का एलईडी बल्ब क्भ् वॉट के सीएफएल के बराबर रोशनी देता है और बिजली की खपत सीएफएल के मुकाबले तीन गुने से कम आती है।

पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम बिजली बचाने के हर पहलू पर गंभीरता से विचार कर रहा है। एमडी डॉ। कॉजल की देखरेख में पिछले दिनों हुई कॉन्फ्रेंस इसी कवायद का हिस्सा थी। स्ट्रीट लाइट में एलईडी लगाने की पहल भी उसी प्रयास का हिस्सा है।

राकेश सिन्हा, प्रवक्ता पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम एमडी