भैंसा गाड़ी का एमवी एक्ट में काट दिया 1000 रुपए का चालान

गाड़ी मालिक चालान लेकर फरार अब पुलिस कर रही तलाश, पुलिस ढूंढने में जुटी

देहरादून,

न्यू मोटर व्हीकल (अमेंडमेंट) एक्ट के तहत देश में हजारों से लेकर लाखों रुपए तक के चालान कटने की चर्चाओं के बीच देहरादून रूरल पुलिस ने हद कर दी। सड़क किनारे खड़ी एक बुल कार्ट (भैंसा गाड़ी) का ही एमवी एक्ट में चालान काट दिया। न गाड़ी नंबर, न मोटर व्हीकल एक्ट का सेक्शन। सीधे भैंसा गाड़ी मालिक का नाम लिखकर 1000 रुपए की रसीद फाड़ दी। चालान की कॉपी भैंसा गाड़ी मालिक को थमाने के बाद पुलिस को अपनी गलती का अहसास हुआ, लेकिन तब तक गाड़ी मालिक चालान लेकर भाग गया। अब पुलिस उसे चालान की कॉपी वापस लौटाने के लिए ढूंढ रही है।

सड़क किनारे खड़ी थी बुल कार्ट:

दरअसल सहसपुर थाना एरिया में सड़क किनारे एक बुलकार्ट खड़ी थी.मालिक भैंसे को गाड़ी में ही जुता छोड़कर कही चला गया, काफी देर से गाड़ी में जुता भैंसा जमीन पर बैठ गया। जानवर को इस तरफ बंधे देख किसी राहगीर ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस मौके पर पहुंची और गाड़ी से भैंसे को खोलकर निकाला। फिर गाड़ी मालिक के घर पहुंचकर पुलिस ने उसका चालान कर दिया।

पुलिस एक्ट की जगह एमवी एक्ट का चालान:

असल में वाहन खड़ाकर रास्ता रोकने वालों के खिलाफ उत्तराखंड़ पुलिस एक्ट की धारा 81 के तहत पुलिस को चालान करने का अधिकार हैं। सहसपुर थाना पुलिस भी इसी अधिकारी के तहत बुलकार्ट मालिक का चालान करने पहुंची थी, लेकिन पुलिस अधिकारी एसआई पंकज ने पुलिस एक्ट की जगह एमवी एक्ट वाली चालान बुक में 1000 रुपए का चालान काट कर बुल कार्ट के मालिक रियाज पुत्र हुसनदीन को थमा दिया। अब पुलिस मुश्किल में हैं कि बुल कार्ट के चालान को एमवी एक्ट में कैसे जस्टीफाई करे।

अब रियाज को ढूंढ रही पुलिस

रियाज के चालान की कॉपी लेकर भागने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। अब पुलिस की टीम रियाज को ढूंढ रही है, उसके पास चालान की कॉपी है, जिसे कैंसिल किया जाना है और पुलिस एक्ट के तहत चालान किया जाना है। रियाज का देर शाम तक पता नहीं चला, लेकिन इस वाकये से पुलिस की जमकर फजीहत हुई है।

वर्जन:

पुलिस एक्ट की जगह भूलवश एमवी एक्ट की बुक में चालान कट गया। उसे कैंसिल कर दिया जाएगा, यह कोई बड़ी मामला नहीं, मानवीय भूल है।

पीडी भट्ट, सहसपुर थाना इंचार्ज।