बुलेट से 33 हजार किमी का सफर, सुसाइड इज नॉट सॉल्युशन का संदेश
जिंदगी बचाने की मुहिम पर निकली है हैदराबाद की 'बुलेट रानी' सना
गोवा से शुरू किया सफर, 41 शहरों में भ्रमण कर पहुंची इलाहाबाद
ajeet.singh@inext.co.in
ALLAHABAD: खुशी और गम जीवन के पहलू हैं। खुशी की चाह हर कोई करता है, लेकिन गम आने पर लोग इस कदर टू जाते हैं कि आत्महत्या तक कर लेते हैं। यह बिल्कुल गलत है। गम से पीछा छुड़ाने का आत्महत्या कोई विकल्प नहीं है। बुलंद हौसले व सकारात्मक सोच से कठिन परिस्थितियों से उबरा जा सकता है। हैदराबाद की बुलेट रानी सना इकबाल ने इलाहाबादियों को ऐसा ही मैसेज दिया। वह बुलेट से 41 शहरों की यात्रा कर इलाहाबाद पहुंची थीं।
जीवन बचाने की मुहिम
हैदराबाद की जानी मानी बुलेट राइडर 27 वर्षीया सना इकबाल 'सुसाइड इज नाट द सॉल्युशन' थीम के तहत देशभर में अवेयरनेस कैंपेन का बीड़ा उठाया है। इसी लिए वह छह महीनों के लिए बुलेट से भारत भ्रमण पर निकली हैं। इस यात्रा से वह डिप्रेशन और सुसाइड के खिलाफ लोगों को जागरूक कर रही हैं। शहर पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। सना अब तक लगभग 34,000 किमी की यात्रा पूरी कर चुकी हैं।
अपने गमों से ली प्रेरणा
सुसाइडल टेंडेंसी के प्रति जागरूकता अभियान चलाने की प्रेरणा सना को अपनी जिंदगी से मिली। क्योंकि वह खुद इस परिस्थिति से जूझीं, लेकिन हौसले के दम पर बाहर भी आ गयीं। शादी के एक साल बाद की पति से तलाक हो गया था। उनके मन में भी सुसाइड का ख्याल आया, लेकिन छह माह के बेटे के लिए उन्होंने परिस्थितियों से जूझने की ठानी और इससे बाहर निकल आयीं।
शौक को बनाया हथियार
सना का बुलेट चलाने का पुराना शौक है। इसे उन्होंने जिंदगी बचाने की मुहिम में हथियार बनाया। सेविंग से बुलेट खरीदी और गोवा से इस मुहिम की शुरुआत की। पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र,उत्तराखंड मध्यप्रदेश, बिहार होते हुए वह उत्तर प्रदेश पहुंची। 36 हजार किमी सफर के बाद शनिवार रात इलाहाबाद पहुंची। अगला पड़ाव लखनऊ शहर होगा। वहां से हिमांचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर होते हुए 12 जून को वापस हैदराबाद पहुंच कर सफर को समाप्त करेंगी।
स्कूल से लेकर फेसबुक तक
देश भ्रमण के दौरान सना ने स्कूल, कालेजों में बच्चों को आत्महत्या के खिलाफ सकारात्मकता का पाठ पढ़ाया। हर शहर में उन्हें सराहना मिली। वह रात में खाली वक्त में अपने फेसबुक पेज पर लोगों के सवालों का जवाब देती हैं। सना ने साइकोलॉजी में स्टडी की है। इसलिए वह लोगों की बेहतर काउंसलिंग कर लेती हैं।
बचा ली जिंदगी
सना ने बताया कि एक बार एक लड़की का मैसेज आया कि वह मोटी है। लोगों के तानों से क्षुब्ध होकर वह सुसाइड करना चाहती है। सना फौरन उस लड़की और और उसके घरवालों व दोस्तों से मिलीं। सबको समझाया तो उन्हें एहसास हुआ कि वह क्या कर रहे थे। उन सब ने अपनी गलती मानी और इस तरह से एक जिंदगी बचाने में वह कामयाब रहीं।
फैक्ट फाइल
डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत में आत्महत्या के सर्वाधिक मामले
दुनिया में 40 सेकेंड पर एक व्यक्ति कर रहा आत्महत्या
दुनिया में हर साल आठ लाख लोग गंवा देते हैं अपनी जान
आत्महत्या का ग्राफ
वर्ष 2012 में 2,58,075 लोगों ने की आत्महत्या, पुरुषों की संख्या ज्यादा है।
वर्ष 2012 में 99,977 महिलाओं व 1,58,098 पुरुषों ने की आत्महत्या
2014 के दौरान प्रति 1,00,000 आबादी पर खुदकुशी दर 10.6 थी।
महिलाओं के मुकाबले तीन गुना ज्यादा पुरुष करते हैं आत्महत्या
2014 में हर घंटे आत्महत्या करने वाले 15 लोगों में 10 पुरुष हैं।
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सना का सफर
देशभर में संदेश देने 23 नवंबर को गोवा से सफर की शुरुआत
सोमवार को इलाहाबाद से लखनऊ के लिए रवाना होगी
यूपी, हिमांचल प्रदेश, जम्मू होते हुए 12 जून को पहुंचेंगी हैदराबाद
वे सफेद रंग की अपनी बुलेट बाइक पर ये यात्रा कर रही हैं।