-धूमनगंज में गोली मारने वाले दोस्त समेत चार गिरफ्तार, तमंचा और कारतूस बरामद

PRAYAGRAJ: प्रॉफिट में आई कमी ने दोस्ती में दरार डाल दी। पुलिस को दिए गए बयान में घायल अनुज शुक्ला का दोस्त नितिन साहू फंसता चला गया। शक हुआ तो पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। इस दौरान उसने पूरा जुर्म कबूल दिया। उसने बताया कि तेल कारोबार में अनुज शुक्ला के कारण कमाई कम हो रही थी। इसके बाद उसने अन्य तीन साथियों के मिलकर योजना बनाई। पुलिस ने इस घटना में शामिल घायल अनुज का दोस्त नितिन साहू व अजीत पाल, मिथुन कुमार गुप्ता और किशुन भारतीया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना में प्रयोग तमंचा भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।

भरोसे का उठाया था फायदा

पीपलगांव के प्रकाशचंद्र शुक्ला की पत्नी संध्या शुक्ला प्रधान हैं। प्रकाश के बड़े भाई दयानंद शुक्ला का 24 वर्षीय बेटा अनुज शुक्ला व नितिन साहू अच्छे दोस्त हैं। दोनों चोरी से तेल भी बेचते हैं। उससे मिलने वाले प्रॉफिट में अनुज की हिस्सेदारी ज्यादा होती थी। यह बात नितिन को ठीक नहीं लगती थी। इसलिए उसने साथियों के साथ मिलकर अनुज को रास्ते से हाटने की योजना बनाई। बुधवार शाम अनुज को भरोसे में लेकर नितिन बाइक से कटहुआ गांव गया। वहां से लौटते समय महाजन की कोठी के पास पैसे को लेकर दोनों के बीच कहासुनी होने लगी। कहासुनी देखते-ही देखते मारपीट में बदल गई। उसी दौरान नितिन ने कमर से तमंचा निकालकर अनुज को गोली मार दी। वह जमीन पर लथपथ होकर गिर पड़ा तो नितिन को लगा कि वह मर गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोस्त नितिन से पूछताछ की तो कई अलग-अलग बयान देने लगा। जिसके बाद पुलिस को पूरा शक हुआ तो कड़ाई से पूछताछ में जुर्म कबूल दिया।

चिल्लाते रहे एसपी सिटी, जवानों ने कर दिया अनसुना

बुधवार की शाम नौ बजे गोली लगने की सूचना मिलते ही एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह मौके भी पहुंचे। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव के छुट्टी पर होने के चलते वह एसपी सिटी के चार्ज में हैं। जब वह मौके पर पहुंचे तो घायल का खून से लथपथ शर्ट वहां पड़े हुए थे। वहां मौजूद सीओ सिविल लाइन बृजनारायण सिंह, दरोगा मनीष त्रिपाठी के साथ तमाम पुलिसकर्मी मौजूद थे। एसपी साहब चिल्लाते रहे कि खून से सना शर्ट उठाकर गाड़ी में रख लें। लेकिन कोई उठाने को तैयार नहीं था। उसके बाद एसपी ट्रैफिक साहब को खुद उठाना पड़ा। इसको लेकर एसपी ट्रैफिक ने सभी को फटकार भी लगाई।