- बहराइच से दिल्ली जा रही थी डग्गामार बस

- दुगुने से भी ज्यादा लोग सवार थे बस में

- छत पर भी बैठी थीं सवारियां

BAREILLY: बहराइच से दिल्ली जा रही यात्रियों से खचाखच भरी प्राइवेट बस ट्यूजडे नाइट फतेहगंज पूर्वी के पास पलट गई, जिससे ड्राइवर सहित क्ख् लोगों की मौत हो गई और भ्0 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घायलों में दस की हालत गंभीर बनी हुई है। बताया जाता है कि बस में कुल क्07 लोग सवार थे। बस लखनऊ-दिल्ली एनएच ख्ब् पर गडढ़े से बचने के चक्कर अनियंत्रित होकर पलट गई। मौके पर पहुंची पुलिस और करीब सात से ज्यादा एम्बूलेंस ने घायलों को फरीदपुर सीएचसी, बरेली डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। घटना की सूचना मिलते ही डीएम समेत पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में राज्यमंत्री भगवत शरण गंगवार, शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार व अन्य लोगों ने भी घायलों से उनकी तबीयत के बारे में पूछताछ की। इस बाबत सुबह में ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को पांच पांच लाख और घायलों को भ्0 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा कर दी।

ऐसे हुआ हादसा

बस में कैपेसिटी से अधिक पैसेंजर्स सवार थे। इतना ही नहीं बस की छत पर भी काफी लोग बैठे थे। ट्यूजडे नाइट करीब ढाई बजे फतेहगंज पूर्वी थाने के पास गडढ़े की वजह से बस का संतुलन बिगड़ गया और बस पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी तेज थी कि पेड़ भी उखड़ गया। इससे छत पर बैठीं सवारियां इधर-उधर जा गिरीं। छत पर बैठे लोगों में से चार की मौके पर ही मौत हो गई। चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को बचाने का भरसक प्रयास किया। पुलिस ने क्रेन के जरिए बस के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला, लेकिन इस दौरान बहराइच के भौड़ी थाना निवासी आरिफ (क्7), अब्दुल रहमान (ख्0) और भुर्रे की मौत हो गई। जब तक प्राथमिक उपचार मिलता एक और ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हॉस्पिटल जाने के दौरान आठ लोगों की मौत हो गई है।

आंखों देखी मंजर

बस में सवार घायलों ने बताया कि गडढ़े बचाने के चक्कर में बस अनकंट्रोल्ड होकर तीन बार पलटी खाई। बस के अंदर चारों ओर खून फैला हुआ था। सामान और लोग एक दूसरे के ऊपर गिरे थे। कइयों के हाथ, पैर, पसली और सिर में बुरी तरह चोटें लगी थीं। वहीं कुछ लोगों के चेहरे इस तरह कुचल गए थे कि उनकी पहचान भी नहीं हो पा रही थी।

बेरहम पुलिस

इस दर्दनाक दुर्घटना को देखने के बावजूद मौके पर पहुंची पुलिस पर कोई असर नहीं पड़ा। घटनास्थल पर लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे। वहीं पुलिस अपनी जिम्मेदारियों से भागती नजर आई। घायल टीपू ने बताया कि घटना होने के करीब आधे घंटे बाद ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन घायलों को सहारा देने के बजाय पुलिस उन्हीं से सख्ती से पेश आने लगीं। इतना ही नहीं पुलिस ने घायलों से ही अंदर फंसे लोगों को निकलवाया। घायलों ने रोते हुए बताया कि अगर पुलिस अपनी जिम्मेदारियों को ढंग से निभाती तो शायद कुछ और जानें बच सकती थीं। करीब ढाई घंटे तक तड़पते रहने के बाद पांच बजे एम्बुलेंस आने के साथ ही घायलों को हॉस्पिटल ले जाने का सिलसिला शुरू हुआ।

हॉस्पिटल की स्थिति

पुलिस ने लगभग सात एम्बूलेंस की मदद से घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया। घायलों को फरीदपुर सीएचसी, शाहजहांपुर और बरेली डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल समेत सिद्धिविनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से फरीदपुर सीएचसी में भर्ती तीन और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट फ्भ् में भ् और निजी अस्पताल में भर्ती ख्क् घायलों में से ब् की मौत की पुष्टि हो गई है। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने डेडबॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मदद के लिए बढ़ाए हाथ

दुर्घटना में घायलों के लिए सिटी की संस्थाओं ने मदद को हाथ बढ़ाए हैं। दुख की इस घड़ी में समाज सेवा मंच ने घायलों को भोजन, पानी, नाश्ते और मृतकों के लिए कफन का इंतजाम किया। साथ ही गंभीर रूप से घायलों को इलाज में होने वाले खर्च को वहन करने का भी भरोसा दिया। वहीं दूसरी ओर सिद्धिविनायक अस्पताल की ओर से भी आईसीयू और जनरल वार्ड में भर्ती घायलों को फ्री ट्रीटमेंट किया गया।

पहली बार कर रहे थे बस में सफर

घायल तसलीम और शाहिर ने बताया कि वह पहली बार परिवार के साथ इस बस से सफर कर रहे थे। इससे पहले वह बहराइच से दिल्ली वाया कानपुर ही जाते थे, लेकिन बस स्टेशन पर पहुंचने पर पता चला कि बस फुल हो गई है। इस वजह से ही इन लोगों ने प्राइवेट बस संख्या यूपी फ्ख् टी 8भ्म्भ् से दिल्ली जाने का फैसला किया। बस में अधिकतर लोग बहराइच तहसील के ही निवासी थे। वे छुट्टियों में अपने घर खुशियां मनाने जा रहे थे।

उजड़ गया परिवार

बस में करीब सवा सौ लोग सवार थे। कुछ पैसेंजर्स बस की छत पर भी थे। इसमें करीब तीन परिवारों के ही भ्0 से ज्यादा लोग शामिल थे, जो छुट्टियों में घर वापस आए थे। रिश्तेदार और परिवार को मिलाकर करीब फ्0 लोगों के साथ सफर कर रहे साजिद ने बताया कि इनके दो रिश्तेदारों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकि लोग भी बुरी तरह जख्मी हो गए। वसी हैदर ने बताया कि बस में इनके साथ क्फ् लोग सफर कर रहे थे। दुर्घटना में इन्होंने अपना बेटा असद खान और भतीजा आरिफ को खो दिया है। वहीं अन्य लोग भी बुरी तरह से जख्मी हैं। उन्होंने बताया कि मदद के लिए आए लोग, आधे घंटे तक मदद करने के बजाय घायलों से रुपए और महिलाओं के गहने छीनने लगे।

हेल्पलाइन नम्बर

दुर्घटना में घायल हुए लोगों और मृतक संबंधी किसी भी जानकारी के लिए एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से कंट्रोल रूम बनाकर हेल्पलाइन नम्बर जारी किए गए हैं। 0भ्8क्-ख्भ्भ्00क्0 और 09ब्भ्ब्ब्0फ्क्07 फोन नंबर पर लोग बस में सवार परिजनों के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

मृतकों की सूची

क्-अब्दुल रहमान (क्9) प्यारेपुर, केसरगंज, बहराइच

ख्-असद उर्फ टीपू (क्7) नन्दीपुर, केसरगंज, बहराइच

फ्-आरिफ (क्म्) नन्दीपुर, केसरगंज, बहराइच

ब्-बेंचन (ब्7) बडौली, केसरगंज, बहराइच

भ्-राजेश यादव (फ्0) फ्/ब् इंदिरानगर लखनऊ

म्-ईसाक (फ्भ्) जमापुर केसरगंज बहराइच

7-समीर उर्फ भूरे (ख्0) प्यारेपुर, केसरगंज, बहराइच

8- अनजान अजमल (क्ब्)प्यारेपुर, बहराइच

- एक्सीडेंट में क्ख् लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है, जबकि भ्0 लोग घायल है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट दस की हालत गंभीर है। घटना से रिलेटेड किसी भी इंफार्मेशन के लिए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने कंट्रोल रूम बनाया है। इस पर फोन से जानकारी ली जा सकती है।

- अभिषेक प्रकाश, डीएम, बरेली