राज्य मंत्री भगवत सरन गंगवार पहुंचे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, खामियों पर बिफरे

-प्रशासनिक व्यवस्था में नाकाम होने पर सीएमएस को लगाई फटकार

डीएम को सीएमएस का डीओ लेटर शासन को भेजने के निर्देश

घायलों की इलाज व्यवस्था, खराब नल, कैंपस में पार्किंग पर सवाल

BAREILLY: ऐसा लगता है कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की बदइंतजामियों का हाल जानने के लिए 'सरकार' शायद ऐसे ही दर्दनाक हादसे का इंतजार कर रही थी। अफसोस कि आंखों के सामने अव्यवस्थाओं का अंबार लगा होने के बावजूद जिम्मेदारों की नींद क्ख् निर्दोषों की मौत और चीख पुकार से ही टूटी। नेशनल हाइवे ख्ब् पर फतेहगंज पूर्वी एरिया में बस हादसे में घायलों का हाल लेने स्टेट मिनिस्टर स्मॉल स्केल इंडस्ट्री एंड एक्सपोर्ट प्रमोशन भगवत सरन गंगवार लंबे अर्से बाद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे। हॉस्पिटल में चरम पर पहुंची बदइंतजामी देख उनका पारा चढ़ गया। दलालों का गढ़ बने हॉस्पिटल पर मंत्रीजी ने सीएमएस को जबरदस्त फटकार लगाई। मंत्री ने डीएम को सीएमएस, चाइल्ड स्पेशलिस्ट और ऑर्थोपिडिशियन का डीओ लेटर शासन को भेजने का निर्देश भी दिया।

दलालों का अड्डा बना हॉस्पिटल

हॉस्पिटल में घायलों का हालचाल लेने पहुंचे राज्यमंत्री को लोगों से अव्यवस्थाओं पर कई शिकायतें मिली। इस पर मंत्रीजी ने सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में फिजिशियन बन इलाज कर रहे चाइल्ड स्पेशलिस्ट और ऑर्थोपिडिशियन बाहरी दवा लिखकर कमीशन वसूल रहे हैं। हॉस्पिटल दलालों का अड्डा बना हुआ है। राज्यमंत्री ने हॉस्पिटल की व्यवस्था संभालने में सीएमएस को प्रशासनिक स्तर पर नाकाम बताया। वहीं, सीएमएस के जवाब से नाराज उन्होंने यहां तक कहा कि एक डॉक्टर हो और मैं एक मंत्री, तुम्हें प्रोटोकॉल नहीं पता। जिसके बाद मंत्री जी ने सीएमएस के खिलाफ डीओ की कार्रवाई के निदर्1ेश दिए।

पार्किंग में क्यों नहीं गाडि़यां

वेडनसडे सुबह क्क्.ब्0 बजे से राज्यमंत्री भगवत सरन गंगवार का डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में दौरा शुरू हुआ। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में एडमिट हादसे में घायल लोगों से मुलाकात की। यहां आते ही सीएमओ डॉ। विजय यादव और सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी पर सवाल दागा कि जब हॉस्पिटल में पार्किंग बनी है तो कैंपस में यहां इतनी गाडि़यां कैसे खड़ी हैं। बाहर से आने वाले पेशेंट्स को इससे बेहद तकलीफ होती है। वहीं वार्ड के अंदर ही एक स्वीपर की मोटरसाइकिल देख मंत्रीजी ने फिर सीएमएस से इस पर सवाल दागा। इस पर सीएमएस को कोई जवाब देते नहीं बना।

वार्ड में गंदगी का राज

इमरजेंसी वार्ड मेंमंत्री के घायलों को देखने के दौरान ही हॉस्पिटल की बदइंतजामी की कलई खुलने लगी। दोपहर क्ख् बजने तक इमरजेंसी वार्ड में गंदगी का जमावड़ा था। एक ओर जहां राज्य मंत्री घायलों का हाल चाल पूछ रहे थे, वहीं दूसरी ओर मंत्री जी के आते ही स्वीपर झाडू हाथ में ले सफाई में जुट गया। इमरजेंसी में ही सफाई की ऐसी बदहाल व्यवस्था पर मंत्री जी नाराज हुए। उन्होंने सीएमओ, सीएमएस और मीडिया के सामने कहा कि हॉस्पिटल की सफाई व्यवस्था बहुत खराब हो गई है। इससे पहले एडी हेल्थ ने भी पेईग वार्ड और इमरजेंसी वार्ड का दौरा किया था। पेईग वार्ड में भी गंदगी देख एडी हेल्थ ने सिस्टर को वार्ड में सफाई न होने पर फटकारा था।

नल सूखे, प्यासे तीमारदार

इमरजेंसी वार्ड से निकलते ही राज्य मंत्री पेईंग वार्ड में भी एडमिट घायलों को देखने निकले। तो बीच में ही लोगों ने उन्हें घेर गर्मी में पीने के पानी की व्यवस्था न होने की बात कही। इमरजेंसी वार्ड के सामने बना हैंडपंप और वॉटर कूलर दोनों खराब पड़े थे। जिन्हें काफी समय से ठीक नहीं कराया गया था। इस पर राज्य मंत्री ने तुरंत सीएमएस को तलब किया और इन्हें अब तक ठीक न कराए जाने पर डांटा। मंत्रीजी ने सीएमएस को जलकल विभाग को कॉल कर हैंडपंप ठीक कराने और प्लंबर से वॉटर कूलर एक दिन में ही दुरूस्त करने के कड़े निदेर्1श दिए।

एक बेड, दो-दो पेशेंट्स

पेईंग वार्ड में पहुंचे ही राज्य मंत्री ने देखा कि एक ही बेड पर दो-दो पेशेंट्स लिटाए गए हैं। घायलों के लिए अलग से बेड की व्यवस्था न देख उन्होंने वहां मौजूद स्टाफ से इस पर सवाल किए। पेईंग वार्ड में ख्0 घायलों को एडमिट करने को बेड कम पड़ गए थे। वहीं उन्हें ड्रिप चढ़ाने को स्टैंड तक नहीं अवेलेबल थे। स्टाफ ने खिड़की और बेड पर रस्सी से बांधकर घायलों को ड्रिप चढ़ाई। पेईग वार्ड से बाहर निकलते ही मंत्री जी से लोगों ने हॉस्पिटल की और अव्यवस्थाएं गिनाई। इस पर नाराज मंत्री जी ने कहा कि ऐसी लापरवाही के बारे में तो सीएमएस साहब को कुछ पता ही नहीं। उन्होंने तुरंत वहां खड़े सीएमएओ को हर सुबह ही हॉस्पिटल व्यवस्था परखने के निदर्1ेश दिए।

संविदा पर रखे जाएंगे फार्मासिस्ट

इंस्पेक्शन के दौरान लोगों से मिली शिकायतों में मंत्री जी को इंजेक्शन रूम बंद रहने की कंप्लेन भी मिली। लोगों ने बताया कि ओपीडी में इंजेक्शन रूम क्ख् बजे के बाद खुलता है। जिससे बहुत परेशानी होती है। इस पर सीएमएस ने बताया कि इमरजेंसी में फ् फार्मासिस्ट की कमी है। हॉस्पिटल में ब्0 साल पहले क्ब् फार्मासिस्ट की पोस्ट थी, जिनमें से अब 9 ही बचे हैं जबकि जरूरत ख्भ् की है। इस पर मंत्री जी ने सीएमएस से नए फार्मासिस्ट की डिमांड मंगवाई और सीएमओ को इस बाबत प्रपोजल भेजने को कहा। सीएमओ को संविदा पर कम से कम ब् फार्मासिस्ट रखने के निर्देश दिए।

हॉस्पिटल में व्यवस्था नहीं हैं। पहले हालात ठीक थे पर अब सब खराब है। घायलों के सही इलाज के लिए व्यवस्था कराई जा रही है। सीएमओ व सीएमएस को इस बारे में निर्देश दिए गए हैं। मैं खुद हॉस्पिटल की व्यवस्था पर मीडिया से जानकारी लेता रहूंगा। - भगवत सरन गंगवार, राज्य मंत्री