130 सिटी बसें
40 इलेक्ट्रिक बसें
15 हजार पैसेंजर्स डेली करते हैं सफर
33 रूटों के लिए होता है संचालन
- नए शेल्टर बन कर तैयार लेकिन यहां नहीं रुकती सिटी बसें
- सिटी बस प्रबंधन को नहीं है जानकारी, शहर में कहां बने हैं शेल्टर
LUCKNOW: शहर के अधिकांश इलाकों में सिटी बसों के पैसेंजर्स के लिए नए बस शेल्टर तैयार किए गए हैं लेकिन सिटी बस प्रबंधन को इसकी खबर ही नहीं है। ऐसे में ना तो इन बसों को यहां रोकने के दिशा निर्देश ड्राइवरों को दिए गए हैं और ना ही यहां पैसेंजर्स आते हैं। सिटी बस प्रबंधन के अनुसार यहां करीब 10 साल पहले सिटी बसों को संचालन शुरू हुआ था। उस समय से ही लोग शहर में कहीं भी हाथ के इशारे से बस रोक लेते थे जो बदस्तूर जारी है। लोगों की आदतों में बदलाव लाने के प्रयास किए जाएंगे और ड्राइवरों को भी नए बस शेल्टर पर रुकने को कहा जाएगा।
नहीं रुक रहीं बसें
स्मार्ट सिटी मिशन ने राजधानी में करीब 44 नए बस शेल्टर तैयार कर सिटी बस प्रबंधन को सौंपे हैं। इनमें 37 पूरी तरह से विकसित किए गए हैं। इन शेल्टर्स पर बसों के आने जाने के समय के साथ ही यह बोर्ड भी लगाया जाना है कि आगे बस किस स्टॉपेज पर रुकेगी। यह काम सिटी बस प्रबंधन को करना है। वहीं ये नए बस शेल्टर लोगों के लिए आरामगाह बन रहे हैं। कहीं लोग सो रहे हैं तो कहीं सामान रखा है।
ड्राइवर बनाते हैं बहाने
सिटी बस प्रबंधन के अधिकारियों के अनुसार ड्राइवरों और कंडक्टरों को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि नए बस शेल्टरों पर रुकें। यहां पैसेंजर्स नहीं हैं तो ना सही लेकिन आस-पास उतरने वालों को बस शेल्टर पर ही उतारें। लेकिन ड्राइवर कंडक्टर पैसेंजर्स के न मिलने का बहाना बना कर यहां बसें नहीं रोकते।
कोट
ड्राइवरों और कंडक्टरों को बस शेल्टरों पर रुकने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं। उनकी मॉनीटरिंग भी हो रही है, कई जगहों पर बसें रुक रहीं हैं। लेकिन जहां बसें नहीं रुक रहीं है जल्द ही वहां भी पैसेंजर्स को सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।
आरके मंडल, एमडी सिटी बस प्रबंधन
बॉक्स
बसों की है कमी
सिटी बस प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बताया कि विभिन्न रूटों पर बने नए बस शेल्टर तक बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। बसों की कमी के चलते सीमित क्षेत्रों में ही बसें चलाई जा रही हैं। जब यहां पर 2000 बसों का संचालन नहीं होगा तब तक टाइम मैनेज करना आसान नहीं होगा।