RANCHI: राजधानी की सड़कों पर बस स्टैंड खोल दिए गए हैं, जिसके कारण सारे शहर का ट्रैफिक सिस्टम फेल हो गया है। पिस्का मोड़ से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे आईटीआई कॉलेज मैदान को बस स्टैंड घोषित कर दिया गया है। हालांकि वहां बस स्टैंड के नाम पर इन्फ्रास्ट्रक्चर तक डेवलप नहीं किया गया। यहां बीच सड़क पर बसें खड़ी रहती हैं और हर दिन करीब 150 से ज्यादा बसें राज्य के गुमला, सिमडेगा, पलामू समेत कई जिलों के लिए खुलती हैं। इस पूरे समय में आईटीआई से लेकर रातू रोड चौक तक की ट्रैफिक पूरी तरह अस्त-व्यस्त रहती है। गाडि़यां रेंगती रहती हैं और लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं।

मंगल व बुध को हालत बदतर

इस मंगलवार और बुधवार को रातू रोड की हालत काफी बदतर रही। दिन भर रातू रोड चौक से लेकर आईटीआई तक वाहनों की कतार लगी रही। कई स्कूल बसें घंटों इस जाम में फंसी रहीं और बच्चे त्राहीमाम करते रहे। जाम में ही एक स्कूल बस ने ऑटो को टक्कर मार दी, जिसके बाद सड़क पर घंटों हंगामा हुआ। लोग पॉल्युशन, आवाज और जाम से हलकान रहे। जानकारों का मानना है कि हालात दिन ब दिन बदतर होते जाएंगे क्योंकि आईटीआई से खुलने वाली बसों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।

चांदनी चौक का रिहायशी इलाका बना बस स्टैंड

कांके रोड का चांदनी चौक शहर का सबसे पॉश और रिहायशी इलाका माना जाता है। यहां शहर के सबसे महंगे रेट पर बिकने वाले अपार्टमेंट्स हैं जहां एक -एक फ्लैट की कीमत एक करोड़ से ऊपर की चल रही है। नगर निगम के आंकड़ों की मानें तो पूरे इलाके में करीब 10 हजार से अधिक लोग रहते हैं। यहां चौक की सड़क को ही बस अड्डा बना दिया गया है, नतीजन पूरे इलाके में धूल और धुएं का गुब्बार भरा रहता है।

इन सड़कों से गुजरना मुश्किल

कांटाटोली चौक, बरियातू में रिम्स के समीप पेट्रोल पंप के सामने, मेन रोड बिरसा विहार के सामने, डोरंडा होटल अशोक के बगल में सड़क पर हर दिन बसें लगी रहती हैं। इन सड़कों पर बिना कोई नियम के बसों का रुकना और खुलना चालू है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी होती है।

दिन भर बस के एजेंट्स की अड्डेबाजी

बस स्टैंड बन जाने के कारण दिन भर बस एजेंट्स की अड्डेबाजी चलती रहती है और महिलाओं का सड़क से गुजरना मुश्किल होता जा रहा है। स्थानीय थाना से शिकायत करने पर कहा जाता है कि नगर निगम का ऑथोराइज्ड बस स्टैंड है। जबकि स्टैंड के नाम पर कुछ है तो केवल सड़क, जहां से प्रतिदिन 30 से ज्यादा बसें खुल रही हैं और सैकड़ों पैसेंजर्स आना-जाना कर रहे हैं।

अनहोनी की आशंका, होती है मारपीट

लोगों का कहना है कि सिर्फ रेवेन्यू बढ़ाने के मकसद से नगर निगम ने सड़क पर बस स्टैंड की बंदोबस्ती कर दी। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यहां सिक्योरिटी की उचित व्यवस्था नहीं होने से अनहोनी की आशंका बनी रहती है। हर दिन यहां एजेंट्स के बीच मारपीट और गाली-गलौज होती रहती है। महिलाओं और बच्चों को काफी प्रॉब्लम हो रही है।

क्या कहती है पब्लिक

बसों के खुलने के कारण गंदगी, धूल व धुएं का अम्बार लगा रहता है। कार तो छोडि़ए बाइक से भी गुजरना मुश्किल हो गया है।

नीतिश

बस स्टैंड को और आगे एग्रीकल्चर कॉलेज के समीप या रिंग रोड पर शिफ्ट किया जाना चाहिए ताकि कांडे रोड की ट्रैफिक स्मूथ रहे।

दीपक