-नौसड़ बस स्टेशन का 2019 के अगस्त में सीएम ने किया था उद्घाटन

-माडर्न बस स्टेशन बनाना था, बसों के ना आने से पसरा सन्नाटा

-2.79 करोड़ से तैयार किया गया बस स्टेशन

GORAKHPUR: गोरखपुर में जाम से निपटने के लिए नौसड़ में 2.79 करोड़ रुपए के बजट से बस स्टेशन बनाया गया। इसकी ओपनिंग सीएम योगी आदित्यनाथ ने 2019 के अगस्त में की थी। करीब दर्जन भर जगहों के लिए यहां से बसें भी चलानी थी। ताकि शहर की सड़कों से हैवी व्हीकल का भार कम हो और यहां डेली लगने वाले जाम में कमी आए। लेकिन परिवहन निगम की सुस्ती के कारण बस स्टेशन से बसों का संचालन तो दूर राप्तीनगर से जाने वाली प्रयागराज और वाराणसी की बसें तक नहीं रूकती है। इसके कारण अब पैसेंजर्स भी इस बस स्टेशन पर जाना छोड़ रहे हैं।

आरएम से रिपोर्टर की बातचीत

रिपोर्टर- बस स्टेशन से बसों का संचालन क्यों नहीं शुरू हो पाया।

आरएम- बसें लगाई गई थी, लेकिन पैसेंजर्स नहीं हो पा रहे हैं, इसलिए राप्तीनगर डिपो से बसें चल रही हैं।

रिपोर्टर-यहां पर पैसेंजर्स क्यों आएगा।

आरएम-पैसेंजर्स को इसी बस स्टेशन पर बस मिल जाएगी।

रिपोर्टर-बस स्टेशन के अंदर तो कोई बस आती ही नहीं।

आरएम-अभी तक कुछ प्रॉब्लम थी। इसमें सुधार किया गया है। अब हर बसें बस स्टेशन के अंदर होकर ही जाएगी।

रिपोर्टर-बगल में नौसड़ पेट्रोल पंप पर अवैध बस स्टेशन पर काफी पैसेंजर्स की भीड़ लगी रहती है।

आरएम-स्लीपर बस से दिल्ली जाने वाले पैसेंजर्स यहां जाते हैं।

रिपोर्टर-कई लोगों ने बस ना रूकने की कंप्लेन भी की है।

आरएम-पैसेंजर्स की कम्प्लेन दूर होगी। नौसड़ बस स्टेशन पर रूक कर ही कोई भी बस आगे बढ़ेगी।

इन जगहों के लिए चलनी थी बस

नौसड़ बस स्टेशन बनाने के मेन परपज यही था कि यहां से कई बसें चलाई जाएं। बड़हलगंज, दोहरीघाट, आजमगढ़, खजनी, उरूवा, गोला, बांसगंाव के लिए बसें चलाई जानी थी। लेकिन ये दावा केवल कागजों में ही रह गया।

माडर्न बस स्टेशन की सुविधा

इसको माडर्न बस स्टेशन बनाना था। इसके लिए शुद्ध पेयजल, शौचालय, हाईमास्ट, एलईडी स्क्रीन पर बसों की डिटेल, बसों की आने-जाने की अनाउंसमेंट की सुविधा से बस स्टेशन को लैस किया जाना था। हालत यह है कि बस स्टेशन पर लगा एलईडी स्क्रीन पर अंधेरा छाया रहता है। लेडिज टायलेट से ही काम चलाया जा रहा है। बाकी पर ताला लगा है।

इन्क्वायरी भ्ाी साइलेंट

इन्क्वायरी भी साइलेंट रहती है। वेटिंग हॉल का तो पता ही नहीं चलता है। बाउंड्रीवाल से सटे चारो तरफ ग्रीन प्लांट्स लगाने थे। लेकिन वहां सूखा पड़ा है।

यहां सन्नाटा बगल में भीड़

करोड़ों खर्च कर बने बस स्टेशन पर सन्नाटा पसरा रहता है। दूसरी तरफ नौसड़ में ही केवल कुछ ही दूरी पर पेट्रोल पंप पर बने अवैध बस अड्डे पर दिन भर दिल्ली, जयपुर और आगरा जाने वालों की भीड़ लगी रहती है।

वर्जन-

बसों का संचालन तो नहीं होगा, लेकिन राप्तीनगर से जाने वाली हर बस नौसड़ बस स्टेशन पर रूकेगी। पैसेंजर्स को कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। वहीं पर बैठे-बैठे उन्हें बस मिलेगी।

डीवी सिंह, आरएम