चार्जिग पर एक नजर
बसें चार्जिग टाइम तय दूरी
पुरानी इलेक्ट्रिक बसें 1 घंटा 80 किमी
नई इलेक्ट्रिक बसें 30 मिनट 200 किमी
- रोड पर बढ़ेगी बसों की फ्रीक्वेंसी, लोगों को मिलेगी राहत
- दिव्यांग अपनी बाइसिकिल संग बस में आसानी से चढ़ सकेंगे
LUCKNOW:
राजधानी में इलेक्ट्रिक बसों की नई खेप आने से न सिर्फ रोड पर बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ेगी बल्कि ट्रैफिक भी स्मूथ हो जाएगा। इन बसों का सफर भी शानदार होगा। इसमें न किसी तरह का शोर सुनाई देगा और ना ही कंपन महसूस होंगे। एक बार चार्ज होने पर ये बसें काफी देर तक रोड पर चलती रहेंगी। खास बात यह है कि इन बसों में दिव्यांग व्हीलचेयर के साथ आसानी से चढ़ और उतर भी सकेंगे।
बस चार्जिग टाइम काफी कम
विभागीय अधिकारियों के अनुसार आने वाली नई इलेक्ट्रिक बसों में यात्री भी ज्यादा बैठ सकेंगे। अभी जो इलेक्ट्रिक बसें हैं, वे एक घंटे की चार्जिग में करीब 80 किमी का सफर तय करती हैं, वहीं नई आने वाली बसें 30 मिनट में चार्ज होकर 200 किमी तक का सफर तय करेंगी। ऐसे में रोड पर इनकी उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे इसमें पैसेंजर्स की संख्या में भी इजाफा होगा।
यूएसबी से चार्ज करें मोबाइल
अभी बसों में मोबाइल चार्जिग के लिए सॉकेट की सुविधा मिलती है। इसके लिए लोगों को चार्जर साथ ले जाना पड़ता है। इन बसों में आप यूएसबी से मोबाइल चार्ज कर सकेंगे। वहीं बस में स्टॉपेज बटन भी दिए गए हैं, जिन्हें दबाते ही ड्राइवर बस रोक देगा। इन बसों की हर सीट के पास पैनिक बटन होगा जो पुलिस कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेगा।
दिव्यांगों के लिए खास
- दिव्यांगों को किसी तरह की समस्या न हो इसलिए इन बसों के एंट्री प्वाइंट पर एक पट्टी दी गई है
- बटन दबाते ही पट्टी बस से निकलकर रोड तक पहुंच जाएगी। दिव्यांग अपनी ट्राइसाइकिल के साथ इससे बस के अंदर आ सकेंगे
- बस के अंदर उनकी ट्राईसाइकिल को खड़े करने की जगह भी निर्धारित कर दी गई है।
आने वाली इलेक्ट्रिक बसों में पैसेंजर्स की सुविधा के लिए कई फीचर्स दिए गए हैं। इनके आने से रोड पर बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ेगी। प्रदूषण भी कम होगा। अभी 40 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हो रहा है। 100 बसें जल्द आएंगी। उनके लिए चार्जिग स्टेशन तैयार किया जाना है।
अजीत सिंह, ज्वाइंट डायरेक्टर
नगरीय परिवहन निदेशालय
- बस के अंदर सायरन लगा होगा। इमरजेंसी में ड्राइवर इसे बजाकर लोगों को अलर्ट करेगा और लोग बस से उतर जाएंगे।
- इन बसों में आगे और पीछे दो सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। जिनमें दो माह तक की रिकार्डिग सेफ रहेगी।
- जैसे ही आप स्टॉपेज बटन दबाएंगे, बस उसी जगह रोड के किनारे रोक दी जाएगी।
- हर सीट पर पैनिक बटन होगा जो सीधे पुलिस कंट्रोल रूम से रहेगा कनेक्ट