- लक्ष्मी गणेश मूर्तियों और सिक्कों की जमकर खरीदारी

- लोगों ने खूब खरीदा घर को सजाने का सामान

मेरठ। छोटी दीपावली पर लक्ष्मी गणेश की मूर्तियों समेत बाजार में साज सज्जा का समान खरीदने वाले ग्राहकों की भीड़ दिनभर उमड़ी रही। शहर के सभी प्रमुख बाजारों से लेकर गली मोहल्लों में दुकानों पर जमकर भीड़ रही। फूलों से लेकर झालर, कैंडल, आर्टिफिशयल रंगोली और डिजाइन दियों जैसी छोटी और जरूरी चीजों की लोगों ने जमकर खरीदारी की। लेकिन सर्राफा बाजार में इस दिवाली मायूसी छाई रही। लोगों ने सोने चांदी के सिक्कों और छोटी ज्वैलरी तक ही अपने को सीमित रखा।

500 करोड़ का कारोबार

धनतेरस और छोटी दीपावली पर बाजार ने 500 करोड़ की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया। धनतेरस से शुरू हुई खरीदारी से व्यापारियों को जो उम्मीद थी। उससे बाजार इस बार कम रहा, लेकिन व्यापारियों के चेहरे खिले रहे।

20 करोड़ का सर्राफा

सर्राफा व्यापारियों को भी इस बार दीवाली से जो उम्मीदें थीं। वह पूरी नहीं होती दिख रही हैं। पिछले साल 100 करोड़ को छूने वाला सर्राफा बाजार का आंकडा इस बार 20 करोड़ भी पार नहीं कर पा रहा है। ज्वैलरी बाजार 15 से 20 प्रतिशत बिक्री में सिमट कर रह गया है। धनतेरस पर उमड़ी ग्राहकों की भीड़ छोटी दीपावली पर बिल्कुल गुम हो गई।

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पटाखों की तलाश में ग्राहक

मेरठ। वहीं इस बार पटाखों पर प्रतिबंध होने के बाद भी शहर में गली मोहल्लों में पटाखों की बिक्री की जा रही है। लोग अपनी जान पहचान के अनुसार पटाखों की तलाश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस की सख्ताई के चलते काफी कम मात्रा में पटाखे मिल पा रहे हैं।

वर्जन-

इस बार व्यापारियों को जितनी उम्मीद थी उतना अच्छा व्यापार नहीं रहा है। व्यापार केवल मध्यम रहा है। अधिकतर व्यापारियों ने बाजार की इस मंदी को देखते हुए इस बार इन्वेस्टमेंट भी कम किया था।

- नवीन गुप्ता, संयुक्त व्यापार मंडल अध्यक्ष

सर्राफा करोबार इस साल अधिक मंदा रहा है। सर्राफा व्यापार धनतेरस पर 15 से 20 प्रतिशत तक रहा जबकि हर साल 80 से 90 प्रतिशत बिक्री होती थी। सर्राफा कारोबारियों को अपने खर्चे निकालने तक की परेशानी हो रही है।

- सर्वेश अग्रवाल सर्राफा, सर्राफा एसोसिएशन अध्यक्ष

बाजार में पूरी तरह मंदी चल रही है। जो ग्राहक गत वर्ष 100 रुपए का सामान खरीद रहा था वह इस समय 20 से 25 रुपए की खरीदारी तक सीमित है।

- महीपाल मलिक, सेंट्रल मार्केट एसोसिशन मंत्री