-दमखोदा ब्लॉक में सिर्फ एक नामांकन, निर्विरोध चुना जाना तय

-बिथरी चैनपुर में दोनों पक्षों से दो-दो लोगों ने किया नामांकन

BAREILLY: ब्लॉक प्रमुख के उपचुनाव का बिगुल बज गया है। वेडनेसडे को बिथरी चैनपुर और दमखोदा ब्लॉक में नामांकन दाखिल किए गए। दमखोदा में सिर्फ एक ही प्रत्याशी बहेड़ी विधायक छत्रपाल गंगवार के भतीजे की पत्‍‌नी स्नेहलता गंगवार ने नामांकन कराया गया, जिससे उनका निर्विरोध चुना जाना तय है। बिथरी ब्लॉक में 4 प्रत्याशियों ने नामांकन कराया है। जिसमें दो लोग एक-दूसरे के परिवार के हैं। बिथरी चैनपुर में अपहरण के आरोपी प्रत्याशी विजेंद्र को पुलिस सुरक्षा में लेकर जाने पर बीजेपी नेताओं ने सवाल उठाए हैं। इसको लेकर कुछ हंगामा भी हुआ। अब 8 मार्च को नामांकन वापसी और 9 मार्च को वोट डाले जाएंगे। मतदान के बाद उसी दिन मतगणना होगी और 3 बजे के बाद रिजल्ट घोषित किया जाएगा।

बीजेपी के दो विधायक पहुंचे नामांकन में

बिथरी चैनपुर से बीजेपी की ओर से अरमान सिंह उर्फ गौरव सिंह व उनके चचेरे भाई पंकज ने नामांकन किया है। दोनों ने दो-दो सेट में नामांकन दाखिल किया। वहीं दूसरी ओर सपा समर्थित विजेंद्र और उसके पिता मुन्नू ने नामांकन प्रपत्र दाखिल किये। विजेंद्र ने दो सेट और मुन्नू ने एक सेट में नामांकन कराया। सूत्रों के अनुसार विजेंद्र सिंह को कभी उनके धुर विरोधी माने जाने वाले बसपा के पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह व सपा नेता संदेश कन्नौजिया के करीबी माने जाने वाले बीडीसी सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। वहीं बीजेपी किसी भी हालत में इस सीट को जीतना चाहती है। इसी के चलते बिथरी चैनपुर विधायक पप्पू भरतौल और नवाबगंज विधायक केसर सिंह भी नामांकन के दौरान पहुंचे थे।

बीडीसी मेंबर के अपहरण का आरोप

बिथरी चैनपुर और दमखोदा ब्लॉक में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। जिसके बाद से दोनों सीटें खाली पड़ी थीं। होली से पहले चुनाव की अधिसूचना जारी हुई थी। जिसके बाद गिरधारीपुर के बीडीसी मेंबर दुर्गा प्रसाद का अपहरण हो गया था। जिसमें विजेंद्र, उसके पिता, चाचा और संदेश कनौजिया पर आरोप लगा था। उसके बाद दुर्गा प्रसाद के दो वीडियो जारी हुए थे, जिसमें अपहरण की बात को गलत बताया गया था। इस अपहरण को राजनैतिक दांव कहा गया था।