- चाईबासा और फिर लोहरदगा की घटना से मर्माहत मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से दोबारा मुलाकात कर टाला कार्यक्रम

- गुरुवार की सुबह मुलाकात कर शुक्रवार एक बजे शपथ ग्रहण कार्यक्रम के लिए लिया था समय

- चाईबासा से लौटने के बाद सीएम ने लिया निर्णय, कैबिनेट विस्तार के लिए शीघ्र तय होगी अगली तारीख

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार टल गया है। गुरुवार की सुबह मंत्रिमंडल विस्तार के लिए सीएम ने राज्यपाल से समय मांगा था। इसके बाद वे पश्चिम सिंहभूम गए, जहां गुदड़ी प्रखंड में सात आदिवासियों की हत्या हुई थी। घटनास्थल से लौटने के बाद उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार कार्यक्रम को टाल दिया। चाईबासा में सात लोगों की हत्या के बाद उनके परिजनों से मिलकर लौटे सीएम ने वहां की घटना और लोहरदगा में ¨हसक वारदात से मर्माहत होकर मंत्रिमंडल विस्तार कार्यक्रम को फिलहाल टाल दिया है। इसके लिए दोबारा शाम में राज्यपाल से मिलने पहुंचे और अपनी भावना से उन्हें अवगत कराया। मंत्रिमंडल विस्तार की कोई नई तारीख तय नहीं हो सकी है।

बिरसा मंडप में हो गई थी पूरी तैयारी :

इसके पूर्व शुक्रवार को दोपहर एक बजे राजभवन के बिरसा मंडप में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाने की तैयारी कर ली गई थी। मंत्रिमंडल विस्तार में झामुमो से छह और कांग्रेस से दो विधायकों को मंत्री पद दिए जाने की संभावना थी। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन ने बीते 29 दिसंबर को तीन मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। मुख्यमंत्री के साथ शपथ लेने वाले मंत्रियों में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता शामिल थे।

झामुमो से संभावित मंत्री

प्रो। स्टीफन मरांडी, चंपई सोरेन, मथुरा महतो, जोबा मांझी, हाजी हुसैन अंसारी और मिथिलेश ठाकुर।

कांग्रेस से संभावित मंत्री

बन्ना गुप्ता और दीपिका पांडेय सिंह

-------

चार विधायकों पर एक मंत्री का फार्मूला

नये फार्मूले के मुताबिक झामुमो को मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत सात और कांग्रेस को चार पद मिलेंगे। जानकारी के मुताबिक इसी पर कांग्रेस आलाकमान संग सहमति बनाने में कामयाबी मिली है। इसी आधार पर कांग्रेस के कोटे में मंत्रियों के चार पद आएंगे जबकि कांग्रेस छह पद की दावेदारी कर रही थी। विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 16 है जबकि झामुमो के पास 30 विधायक हैं। वर्तमान फार्मूले के मुताबिक मंत्रिमंडल का विस्तार होने से झामुमो ज्यादा लाभ में रहेगा। झामुमो के पास स्पीकर का पद होने का तर्क देकर भी कांग्रेस ने एक मंत्री पद पर दावा ठोका था, जिसपर सहमति नहीं बन पाई। हो सकता है कि मंत्रिमंडल विस्तार की नई तारीख तय होने के बाद इसी फार्मूले पर विस्तार किया जाए।

-------

किसकी किन विभागों पर दावेदारी

झामुमो के पास गृह विभाग, ग्रामीण विकास, भूमि सुधार एवं राजस्व, पथ निर्माण, ऊर्जा विभाग, भवन निर्माण विभाग सरीखे महत्वपूर्ण विभाग होने की संभावना है। कांग्रेस के कोटे के मंत्रियों के पास शिक्षा, कृषि, खाद्य आपूर्ति, नगर विकास आदि विभाग रहेंगे। आलमगीर आलम को पूर्व में ही संसदीय कार्य विभाग दिया जा चुका है।

----------