पॉलिटिक्स कितने अजीबो गरीब ट्विस्ट ले सकती है इसका नमूना जम्मू कश्मीर असेंबली इलेक्शन में देखने को मिला है. जहां कम्युनल कही जाने वाली भारतीय जनता पार्टी ना र्सिफ इलेक्शन में सेकेंड लार्जेस्ट पार्टी बन कर सामने आयी है बल्कि फर्स्ट टाइम गवरमेंट फॉर्म करने की दावेदारी भी रख रही है. वो ऐसा कर भी सकती है बस देखना यही है कि उसका ये ख्वाब पूरा करने में कौन उसका हाथ थामता है, नेशनल कांफ्रेस या पीपुल्सस डिमॉक्रेटिक पार्टी.

फिल्हाल पलड़ा दोनों तरफ झूल रहा है. एक ओर जहां कल ये खबरें जोर शोर से फैल रही थीं कि नेशनल कांफ्रेंस के चीफ उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली में बीजेपी लीडर्स अमित शाह, अरुण जैटली और राम माधव से मुलाकात की है और दोनों पार्टी मिल कर जे एण्ड के में सरकार बनाने की तैयारी कर रही हैं. मगर अब उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करके बीजेपी लीडर्स से सो काल्ड मीटिंग्स और बातचीत की अटकलों को रिजेक्ट कर दिया है. इस बीच ये भी न्यूज आयी कि बीजेपी लीडर राम माधव ने पीडीपी लीडर मुजफ्फर बेग से मीटिंग की है और इस बात की उम्मीद जताई है की दोनों पार्टी मिल कर सरकार बनाने की कोशिश कर सकती हैं.

बीजेपी को तो पूरा यकीन है कि वो जम्मूम कश्मीर में सरकार बनाने वाली है. वहां इस बात पर भी डिस्कशन हो रहा है कि जम्मू-कश्मीर में बीजेपी का फर्स्ट चीफ मिनिस्टर कौन होगा. र्सोसेज के अकॉर्डिंग असेंबली लीडर के तौर पर दो लोगों के नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है. एक पीएमओ में स्टेट मिनिस्टर जितेंद्र सिंह और बिलावर से एमएलए निर्मल सिंह. इसी सरकार बनाने के सपने को पूरा करने के लिए असेंशियल नंबर जुटाने पर ही काम हो रहा है जिसकी रिस्पांसिबिलटी बीजेपी जनरल सेकेरेट्री और जम्मू-कश्मीर के इंचार्ज राम माधव पर है.

इसी सिलसिले में राम माधव ने पीडीपी लीडर मुजफ्फर हुसैन बेग से दो बार मीटिंग की है.  माधव सज्जाद लोन से भी मिले और पीडीएफ के चेयरमैन हकीम यासीन से भी उन्होंने बात की. उधर इसी सिलसिले में राम माधव ने श्रीनगर जाने से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रेसिडेंट उमर अब्दुल्ला से अमित शाह और अरुण जेटली की प्रेजेंस में मिलने की बात तो पहले ही चर्चा में आ रही थी. कहा तो ये तक गया कि इस मुलाकात में बीजेपी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस को डिप्टी सीएम की पोस्ट भी ऑफर की थी. इसके अलावा राज्यसभा में एक सीट और सेंटर मिनिस्ट्री में एक पोस्ट देने का भी प्रपोजल दिया है. हालांकि अब राम माधव ने ट्वीट कर इस मीटिंग से डिनॉय किया है. वहीं उमर ने भी ट्विटर लिखा है कि बीजेपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच डील की न्यूज चल रही हैं. मैं बहुत स्ट्रांगली ये कहना चाहता हूं कि ना कोई डील हो रही है और ना ही कोई बात चल रही है.

दूसरी ओर फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने वेडनेसडे को जम्मू में बीजेपी एमएलएज की मीटिंग में हिस्सा लिया और पार्टी के सभी 25 एमएलएज के साथ अलग-अलग भी मिल कर उनकी राय जानी. बीजेपी पहले ही बता चुकी है कि वो जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल का सर्पोट लेने के लिए रेडी है. पार्टी का कहना है कि उसे सज्जाद गनी लोन की पार्टी के 2 एमएलए सहित 6 अदर एमएलए का सर्पोट हासिल है. ऐसे में अपने 25 एमएलएज के साथ बीजेपी के एमएलएज का नंबर 31 हो जाता है. अगर उसे नेशनल कॉन्फ्रेंस के 15 एमएलए का सर्पोट मिल जाता है, तो सरकार बनाने के लिए जरूरी 44 के नंबर को बीजेपी पार कर जाएगी.

28 सीटों के साथ लार्जेस्टा पार्टी बनी पीडीपी अभी ये डिसाइड नहीं कर पा रही है कि वो बीजेपी के साथ जाए या नहीं. वैसे कांग्रेस ऑलरेडी उसे सर्पोट देने के लिए कह दिया है. पहले कांग्रेस के साथ सरकार बना चुकी पीडीपी इस बार उसके साथ जाने में इसलिए हिचकिचा रही है क्योंकि उसे लगता है कि इस बार पॉवर से बाहर कांग्रेस के सर्पोट उसे खास फायदा नहीं होने वाला.  वहीं, बीजेपी का इंट्रेस्टस पीडीपी के बजाय एनसी के साथ जाने में है क्योंकि उसे यहां चीफ मिनिस्टंर के लिए ज्यादा बारगेन नहीं करना पड़ेगा क्योंकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के एमएलए उनसे 10 कम है. बीजेपी को ये भी लगता है कि अब्दुल्ला फेमिली हमेशा से सेंटर की गारमेंट के साथ सर्पोटिव रहती है.

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