-एएमए की वैज्ञानिक संगोष्ठी में एक्सप‌र्ट्स ने दिया व्याख्यान

ALLAHABAD: एनीमिया कई प्रकार की होती है। इनमें प्रमुख तौर पर डेफिशियंसी एनीमिया सर्वाधिक पाई जाती है। कैंसर के मरीजों में एनेमिया का उपचार अति आवश्यक है क्योंकि उन मरीजों में रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी होना उनके रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा के आधार पर निश्चित किया जाता है। यह बात कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ। राधारानी घोष ने कही। वह इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन द्वारा रविवार को आयोजित वैज्ञानिक संगोष्ठी में कैंसर के मरीजों में एनीमिया के इलाज विषय पर बोल रही थीं।

तो कम हो जाती है जरूरत

उन्होंने कहा कि एनीमिया आयरन युक्त दवाओं से किया जाता है और यह कैंसर के मरीजों में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत को कम करता है। इसके पहले सेमिनार की अध्यक्षता डॉॅ। अनिल शुक्ला ने कही। इस दौरान डॉ। शार्दूल सिंह, डॉ। आरके गुप्ता, डॉ। आरकेएस चौहान, डॉ। जीएस सिन्हा, डॉ। जीएल गुप्ता आदि उपस्थित रहे। संचालन सचिव डॉ। त्रिभुवन सिंह व वैज्ञानिक सचिव डॉ। आशुतोष गुप्ता ने किया।