जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कैंसर रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। इसे लेकर सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ। दिवाकर हांसदा ने एमजीएम अधीक्षक डॉ। अरुण कुमार को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि रेडियोथेरेपी विभाग द्वारा अपने मरीज को सर्जरी विभाग के चिकित्सकों के युनिट में बिना सूचना एवं यूनिट इंचार्ज से बिना विचार विमर्श के भर्ती किया जा रहा है जो नियमानुकूल नहीं है। इससे मरीज के इलाज में कठिनाई होती है। चूंकि रेडियोथेरेपी अलग एक सुपरस्पेशिलिटी विभाग है। उनका इलाज रेडियोथेरेपी एवं कीमोथेरेपी से संबंधित है इसलिए इलाज उन्हीं के अधीन होना चाहिए। जरूरत पड़ने पर सर्जरी विभाग के चिकित्सकों से सलाह लिया जा सकता है। अत: अधीक्षक से अनुरोध है कि रेडियोथेरेपी विभागाध्यक्ष अपने ही यूनिट में संबंधित मरीज को भर्ती करने के लिए निर्देशित किया जाए। एमजीएम अस्पताल में कैंसर का इलाज शुरू होने से मरीजों की संख्या बढ़ी है। इससे सर्जरी विभाग के चिकित्सकों को समय अधिक देना पड़ रहा है। जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई है। कई चिकित्सक दूसरे निजी अस्पतालों में भी सेवा देते है।

इनडोर के लिए ढूंढ रहे जगह

एमजीएम अस्पताल में कैंसर मरीजों के लिए जल्द ही इनडोर की सुविधा शुरू करने का निर्देश स्वास्थ्य सचिव डॉ। नीतिन मदन कुलकर्णी ने दिया है। निर्देश दिए हुए करीब एक माह बीतने को है लेकिन जगह अभी तक चयनित नहीं हो सका है। इससे अस्पताल प्रबंधन पर भी सवाल खड़ा हो रहा है। पांच बेड का इनडोर सुविधा शुरू करनी है।