यह भी जानें

-15 से 20 परसेंट घट गया कार बाजार

-11 बैंकों ने देश में कस्टमर्स बढ़ाने के लिए दिए ऑफर

-100 परसेंट फाइनेंस की सुविधा दे रहे देश के बैंक

-12.35 परसेंट घटा देश में ऑटोमोबिल का बिजनेस चालू वित्तीय वर्ष में

-2 लाख लोगों की जॉब गई मंदी की वजह से

-मंदी के दौर से गुजर रही कार बाजार, इम्पलॉयज को सता रहा जॉब जाने का संकट

-अब फेस्टिव सीजन पर मार्केट में बूम आने का कर रहे इंतजार

बरेली: बरेलियंस का कार में घटते क्रेज की वजह से कार बाजार में इन दिनों मंदी का दौर चल रहा है। जिससे कई लोगों की जॉब पर भी संकट छाया हुआ है। पिछले साल और इस साल के कार बिक्री के आंकड़ों पर गौर करें तो करीब 15 से 20 परसेंट की कमी आई है। जिससे शोरूम ओनर्स की परेशानी बढ़ गई है। वहीं मार्केट में बरेलियंस की सुविधा के लिए कार ओनर्स कई तरह के ऑफर्स भी दे रहे हैं, लेकिन कारों पर बढ़े टैक्स के चलते बरेलियंस का रुझान काफी कम हुआ है।

फेस्टिव सीजन में ग्रोथ के आसार

कार शोरूम ओनर्स को अभी फेस्टिव सीजन में मार्केट ग्रोथ के आसार दिख रहे हैं। उनका कहना है कि शहर में ज्यादातर लोग फेस्टिव सीजन में कारों की खरीदारी करते हैं। इसलिए रक्षाबंधन और दीपावली में बिक्री बढ़ने की संभावना है।

इस वजह से बरेलियंस नहीं खरीद रहे कार

-कारों पर टैक्स अधिक होना, जिस कारण जितने की कार है, उससे अधिक टैक्स हो जाता है।

-कार कंपनियां पेट्रोल मॉडल अधिक बना रही हैं, लेकिन डीजल कार की डिमांड ज्यादा है।

-लोगों की लाइफ बिजी होना।

-यूरो सिक्स इंजन आने वाला है, इसलिए लोग कारों को रुककर खरीदने का प्लान बना रहे हैं।

-बारिश के सीजन के चलते जुलाई, अगस्त और सितम्बर में कस्टमर्स कार नहीं खरीदना चाहते हैं।

-कई बार कंपनियां आगामी लांच करने वाले मॉडल की जानकारी पहले से ही देने लगती हैं, इससे भी कस्टमर्स उसी मॉडल को खरीदने और देखने के बाद कार खरीदना पसंद करता है।

-ऑटो मोबाइल सेक्टर के लिए सरकार की पॉलिसी।

शोरूम में शुरू हो गई छंटनी

कार शोरूम मैनेजर्स का कहना है कि इस बार कारों की बिक्री कम होने के कारण देश के 11 ऐसे बैंक है जिन्होंने कार के लिए 100 प्रतिशत तक फाइनेंस दिया, जिन कस्टमर्स की गुड विल अच्छी थी। लेकिन इसके बाद भी लगातार कार मार्केट में ग्रूम करने की जगह मंदी के दौर जैसा आ गया है। लगातार मार्केट में गिरावट आने से लोगों ने शोरूम से इम्प्लॉय की संख्या में भी कटौती करना शुरू कर दी है। क्योंकि जब कार बिक्री में कमी आएगी तो इनकम कम होगी तो इससे इम्पलॉय की संख्या तो कम करनी ही पड़ेगी। इंडिया में इसकी बात करते हुए शोरूम ओनर्स ने ही बताया कि देश में करीब 230 शोरूम तो कारों के बंद हो चुके हैं। जिसमें करीब ढाई हजार वर्कर बेरोजगार हो गए।

लुभाने के लिए ऑफ

बिक्री बढ़ाने और बरेलियंस को लुभाने के लिए शोरूम ओनर्स ही नहीं बैंक्स भी ऑफर दे रहे हैं। शोरूम मैनेजर्स का कहना है कि इसी सप्ताह बैंक्स ने ब्याज दरों में कटौती की है लेकिन इसका मार्केट में कोई इफैक्ट अभी तो नहीं दिखाई दे रहा है।

अब लोगों के पास वॉकिंग का ट्रेंड कम हो रहा है। इसके साथ जो कार खरीदना चाहता है, वह बारिश के समय कार नहीं खरीदना नहीं चाहता है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 35 प्रतिशत करीब कारों की बिक्री में कमी आई है। लेकिन फेस्टिव सीजन में ही कारों की बिक्री थोड़ी बढ़ती है।

राम मिश्रा, अरेना शोरूम मैनेजर स्टेशन रोड नियर बरेली जंक्शन

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-इस बार पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 15 प्रतिशत करीब कारों की बिक्री में कमी आई है। इसके लिए सरकार की तरफ से ध्यान दिया जाए तो अच्छा है। क्योंकि इससे बिजनेस मैन को प्रॉफिट नहीं हो पा रहा है, इससे आने वाला दौर और मुश्किल होगा.इसके लिए सकरार को कुछ करना चाहिए।

सैयद नुजहत अली शोरूम मैनेजर,

नेक्सा कोरल मोटर्स रामपुर रोड बरेली

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-कारों में डीजल कारों की डिमांड अधिक है लेकिन कंपनियां पेट्रों कारों के मॉडल अधिक लांच कर रही हैं। इसके साथ टैक्स अधिक है इस कारण कारों की बिक्री में करीब 10 प्रतिशत गिरावट आई है। सरकार को टैक्स कम करना चाहिए ताकि लोग कारों की खरीदारी कर सके।

आशीष मिश्रा, टोयटा शोरूम मैनेजर रामपुर रोड बरेली