एसबीआई की फर्जी एनओसी लगाकर लोन पर ली गई कार छुड़वाने का आरोप

बैंक के शाखा प्रबंधक की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच में जुटी कोतवाली पुलिस

PRAYAGRAJ: ऋण लेकर कार खरीदने के बाद बैंक की फर्जी एनओसी लगाकर गाड़ी का रजिस्ट्रेशन कराए जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में एसबीआई के शाखा प्रबंधक ने कारोबारी के खिलाफ कोतवाली थाने में पुलिस को तहरीर दी। उनकी तहरीर पर रिपोर्ट कर पुलिस ने केस की जांच शुरू कर दी है।

जानसेनगंज शाखा का है मामला

एफआइआर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) के शाखा प्रबंधक विमलेश कुमार की तहरीर पर दर्ज की गयी है। इसमें कारोबारी राहुल जायसवाल और उसके पिता रूपचंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। शाखा प्रबंधक का आरोप है कि जानसेनगंज शाखा से पांच दिसंबर 2013 को राहुल व रूपचंद्र ने कार के लिए 11.70 लाख रुपए का लोन लिया था। लोन मिलने के बाद उन्होंने किश्त जमा करना बंद कर दिया। वसूली के दौरान जार्जटाउन थाना क्षेत्र के हाशिमपुर रोड पर रहने वाले राहुल के मकान पर कार भी नहीं दिखी। उन्होंने पुलिस को बताया कि इस पर बैंक ने जांच शुरू कराई तो पता चला कि राहुल ने आरटीओ दफ्तर में बैंक का फर्जी अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लगाकर कार को बंधक से छुड़वाकर कार किसी दूसरे को बेच दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।