अभी भी मास्क लगाने से परहेज कर रहे हैं कई बरेलियंस

बिना मास्क के घूम रहे हैं सड़कों पर तो कर रहे हैं पर्चेजिंग

बरेली। कोरोना से बचने के लिए अवेयरनेस और अलर्टनेस ही सबसे कारगर उपाय है। इसके बाद भी कई बरेलियंस ऐसे हैं जो इस कोराना महामारी के खतरे से खिलवाड़ कर रहे हैं। कोराना कफ्र्यू की बीच भी ऐसे बरेलियंस बिना मास्क के ही सड़कों पर घूम रहे हैं। इस तरह के केयरलेस बरेलियंस की गलती आम बरेलियंस पर भारी भी पड़ सकती है।

कोराना महामारी को रोकने के लिए ही प्रधानमंत्री ने देशभर में 14 अप्रैल तक का लॉकडाउन लगाया है। इसकी घोषणा करते समय ही प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की थी वह इसे हल्के में लेने की भूल न करें और इसे कफ्र्यू ही माने। इस कोराना कफ्र्यू के दौरान घरों में ही रहें और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही सेनेटाइजेशन को फॉलो करें। बिना मास्क लगाए बाहर न निकलें। लोगों को अवेयर करने के लिए हर स्तर से प्रयास भी किए जा रहे हैं। इसके बाद भी कई बरेलियंस कोराना के खतरे को गंभरीता से नहीं ले रहे हैं।

बिना मास्क के सड़कों पर लोग

कोराना स्प्रेड मैन-टू-मैन ही हो रहा है। कोराना इंफेक्टेड पेशेंट के खांसने और छींकने से एनवायरमेंट में जो ड्रॉपलेट्स पहुंचते हैं, उसी से यह वायरस दूसरों तक पहुंच जाता है। इस वायारस के ट्रांसमिशन को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी मास्क लगाना और सेनेटाइजेशन भी है। कोराना कफ्र्यू में इसको लेकर सख्ती भी बरती जा रही है, पर बरेली में अभी तक पुलिस व प्रशासन नरम रवैया अपनाए हुए है। इसके चलते ही कुछ बरेलियंस कोराना कफ्र्यू का मखौल उड़ रहे हैं। इस कोराना कफ्र्यू के चौथे दिन थर्सडे को भी सिटी की सड़कों पर कई बरेलियंस बिना मास्क लगाए घूमते रहे। ऐसे बरेलियंस बाइक में फर्राटे भरते भी दिखे तो अपनी जरूरत की चीजों को खरीदने वाले भी दिखे। पुलिस ने भी ऐसे केयरलेस बरेलियंस को नजरंदाज किया। अगर पुलिस ने ऐसे बरेलियसं पर सख्ती नहीं बरती तो यह जल्दी ही सिटी में कोराना का अलार्म ऑन कर देंगे।

खतरे के बाद भी बच्चों के साथ कर रहे हैं सैरसपाटा

कोराना का खतरा सबसे अधिक सीनियर सिटिजंस और बच्चों पर मडरा रहा है। इसको लेकर हर स्तर से लोगों को अवेयर भी किया जा रहा है। इसके बाद भी कई बरेलियंस नामसमझी का परिचय दे रहे हैं। थर्सडे को सिटी की सड़कों पर कई बरेलियंस बच्चों के साथ आते-जाते दिखे। कोई बाइक और स्कूटी में बिना मास्क के बच्चों को घुमाते दिखे तो कोई पैदल भी घूमते दिखे। इनमें से ही कुछ लोग बच्चों की सेहत के प्रति थोड़ा संजीदा भी दिखे। ऐसे लोग बच्चों को मास्क लगाकर घुमाते दिखे।