GORAKHPUR: सिंघडि़या गैस गोदाम के पास हाईटेंशन तार के चलते हुए दर्दनाक हादसे ने हंसते-खेलते परिवारों की खुशियां छीन लीं। रो-रोकर बसुध हो जा रहे परिजन बार-बार कहे जा रहे थे कि अगर जिम्मेदारों ने मोहल्ले से हाईटेंशन तार हटवा दिया होता तो उनके अपने आज जिंदा होते।

तार में टच हुई ग्रिल, हो गया हादसा

देवरिया के रूद्रपुर पिपराकछार के रहने वाले ओमप्रकाश पांडेय बीएसएफ से रिटायर्ड हैं। वह कैंट एरिया के सिंघडि़या गैस गोदाम के पास मकान बनवाकर परिवार के साथ रहते हैं। गुरुवार की सुबह मकान की दूसरी मंजिल पर लोहे की ग्रिल लगाने का काम चल रहा था। मजदूर ग्रिल छत पर लेकर पहुंचे। इस बीच छत के बगल से गुजर रहा 11 हजार केवी का हाईटेंशन तार से अचानक ग्रिल छू गया। जिसके चलते शिव (45) पुत्र रामलाल निवासी रामलखना खोराबार करंट की चपेट में आ गए। उन्हें बचाने के चक्कर में धनेश उर्फ कोईल (45) पुत्र छोटेलाल निवासी रामनगर कड़जहां थाना खोराबार भी करंट की चपेट में आकर तड़पने लगा। उन्हें बचाने पहुंचे मकान मालिक के बड़े बेटे दिवाकांत पांडेय उर्फ रामू (35), अजय कुमार (26) पुत्र रामप्यारे निवासी कुवरबखरा जिला देवरिया, इरशाद (27) पुत्र मुस्तकिन निवासी हाटा कुशीनगर को भी करंट लग गया। हादसे में मजदूर शिव, धनेश की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दिवाकांत पांडेय उर्फ रामू ने जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं अजय कुमार और इरशाद झुलस गए। सूचना पर पहुंची कैंट पुलिस ने डेडबॉडीज को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जबकि घायलों का जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

नन्ही बेटियों को छोड़ गए दिवाकांत

ओमप्रकाश पांडेय के दो बेटे हैं। मृतक दिवाकांत पांडेय बड़े बेटे थे जो उरुवा विकासखंड के रामपुर जूनियर हाईस्कूल में टीचर थे। दूसरा बेटा रजनीकांत पांडेय रांची में केंद्रीय विद्यालय में टीचर हैं। रजनीकांत की शादी मई 2020 में तय है। घर में हो रहा निर्माण कार्य इसी की तैयारी को लेकर कराया जा रहा था। दिवाकांत की शादी हो चुकी है। उनकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी साढ़े पांच साल और छोटी बेटी 18 दिन की है। पति की मौत से पत्नी और परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।

नहीं रहे शिव और धनेश, कैसे चलेगा परिवार

मृतक शिव और धनेश मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। हर रोज की तरह वह सुबह कमाने के लिए निकले। उन्हें जरा भी नहीं पता था कि हाईटेंशन लाइन के रूप में मौत उनका इंतजार कर रही है। मौत की सूचना जैसे ही गांव में पहुंची कोहराम मच गया। परिवार रोते बिलखते मर्चरी हाउस पहुंचा।

बिजली विभाग की लापरवाही बनी हादसे की वजह

सिंघडि़या मोहल्ले में रहने वाले लोगों ने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही ने तीन लोगों की जान ले ली। बिजली निगम से कई बार लिखित व मौखिक रुप से कंप्लेन की गई थी कि इस हाईटेंशन तार को हटवा दिया जाए। लेकिन इसके बावजूद भी तार नहीं हटाए जा सके। इसका खामियाजा आज भी मोहल्ले में रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इलाके में हाईटेंशन लाइन का खतरा अक्सर बना रहता है।

नहीं जानते थे की छत पर बैठी है मौत

मृतक दिवाकांत पांडेय, शिव और धनेश को नहीं पता था की छत पर उनकी मौत हाईटेंशन तार के रूप में इंतजार कर रही है। छत पर रेलिंग लगाने के लिए जैसे मजदूर पहुंचे इस दौरान लोहे की रेलिंग हाथ से छूट गई और हाईटेंशन तार को टच कर गई। जबकि सुरक्षा की दृष्टि से लाइन की तारों में प्लास्टिक की पाइप डाली गई थी। बताया जा रहा है कि लोहे का वजन अधिक था जिसके चलते तार पर गिरने की वजह से पाइप फट गई और तार को छू गई।

दर्दनाक मौतों से मचा कोहराम

हाईटेंशन तार की चपेट में आने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत से कोहराम मच गया। घटना के बाद लोगों ने बिजली विभाग और पुलिस प्रशासन के विरोध में जमकर आक्रोश जताया।

परिजनों को दो लाख मुआवजे की घोषणा

कैंट एरिया के सिंघडि़या में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से हुई तीन लोगों की मौत की घटना को लेकर शासन गंभीर है। डीएम ने बताया कि मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए सहायता राशि देने की सीएम योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है।

पहले भी जानें ले चुकी है हाईटेंशन लाइन

8 नवंबर 2019 को स्कूल जाते समय हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से खालेटोला निवासी सुरेश के बेटे आरव की मौत हो गई थी। वह पास के एक प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक का छात्र था।

15 नवंबर 2019 को शाहपुर एरिया के ओंमकार नगर कॉलोनी में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से कुशीनगर जिले के नौरंगिया थाने के रायपुर फुलवरिया गांव के राजकुमार पाल की मौत हो गई। मौत के बाद लोगों ने चक्का जाम कर प्रदर्शन किया था।

दो माह पहले बरगदवां की आवास विकास कॉलोनी में हाई टेंशन तार से निकली चिंगारी से एक मकान में आग लग गई। आग से घर में रखा सारा सामान जल कर राख हो गया। हालांकि इस दौरान घर का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था।

वर्जन

इलाके में हुई घटना काफी दुखद है। मकान के बगल से गुजर रही हाईटेंशन लाइन काफी पुरानी है। मकान बनवाने के दौरान मकान मालिक द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई थी। फिलहाल हादसे की प्रॉपर जांच कराई जाएगी।

देवेंद्र सिंह, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग

मकान में दूसरी मंजिल पर निमार्ण कार्य चल रहा था। बगल से हाईटेंशन तार गुजर रहा है। लोहे की रेलिंग तार में टच कर जाने से यह हादसा हुआ है। हादसे में मजदूरों के साथ मकान मालिक के बेटे की भी मौत हुई है। पुलिस घटना की जांच कर रही है।

- डॉ। कौस्तुभ, एसपी सिटी