-गठिया रोग विभाग से आज से शुरुआत

-हर मरीज के लिए बनेगा यूनीक कार्ड

-स्वाइप मशीन से स्वाइप करके कर सकेंगे पेमेंट

sunil.yadav@inext.co.in

LUCKNOW:

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भी मरीजों को अब कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी। इसके लिए इलाहाबाद बैंक की ओर से हर मरीज के लिए स्पेशल नियर फील्ड कम्युनिकेशन (एनएफसी) कार्ड जारी किए जाएंगे। जिन्हें स्वाइप करके वह किसी भी काउंटर पर पेमेंट कर सकेंगे। इससे केजीएमयू कैंपस में कैश लेकर आने का झंझट खत्म होगा। कुछ माह बाद इसे इलाहाबाद बैंक या ऑनलाइन माध्यमों और डेबिट क्रेडिट से भी रिचार्ज किया जा सकेगा।

गठिया रोग विभाग से शुरुआत

केजीएमयू में आईटी सेल के इंचार्ज डॉ। संदीप भट्टाचार्य ने बताया कि शुरुआत गुरुवार से गठिया रोग विभाग में की जा रही है। इलाहाबाद बैंक के अधिकारियों ने इसके लिए कर्मचारियों को ट्रेनिंग और डेमो दिया है। फिलहाल एक काउंटर शुरू किया जा रहा है। हफ्ते भर के ट्रायल के बाद पूरे कैंपस में ऐसे 50 काउंटर खोले जाएंगे। जिसके बाद कहीं से भी मरीज के इलाज के लिए टापअप कराया जा सकेगा। अलग अलग विभागों या काउंटर पर कैश जमा करने का झंझट खत्म हो जाएगा।

सिर्फ भर्ती मरीजों को सुविधा

डॉ। संदीप भट्टाचार्य ने बताया कि यह सुविधा अभी भर्ती मरीजों को ही दी जाएगी। गठिया रोग विभाग के एक हफ्ते ट्रायल के बाद इसे सभी विभागों में लागू किया जाएगा। इसके लिए ट्रॉमा से लेकर सभी विभागों में कुल 50 काउंटर खोलने की योजना है।

नेटवर्क नहीं बनेगा बाधा

अक्सर इंटरनेट कनेक्टीविटी खराब होके के कारण या अन्य कारणों से केजीएमयू का ई हॉस्पिटल सिस्टम काम नहीं करता। लेकिन नए कैशलेस सिस्टम में इसका भी असर नहीं पड़ेगा। डॉ। संदीप भटट्टाचार्य ने बताया कि ई हॉस्पिटल बंद होने या इंटरनेट न होने पर भी ये सिस्टम काम करेगा। यह बहुत सुरक्षित है। सभी स्वाइप मशीनों में अलग इंटरनेट चलने के लिए सिम भी पड़े होंगे और ये वाई फाई से भी काम करेंगे। हर तरह से इंटरनेट बंद होने पर भी ये कार्ड में जमा रुपयों की जानकारी देंगे और उससे पैसा भी काट सकेंगे। इससे नेटवर्क की समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा और मरीजों को बहुत लाभ होगा।

पीजीआई, लोहिया से अलग सेवा

प जीआई और लोहिया इंस्टीट्यूट की तरह यह सुविधा शुरू होने से मरीजों को काफी सहूलियत मिलेगी, लेकिन यह कुछ अलग होगी। पीजीआई व लोहिया में मरीज के सीआर नंबर पर रुपए जमा होते हैं, लेकिन केजीएमयू में एनएफसी कार्ड से पैसे जमा होंगे। इसका फायदा यह होगा कि इसे केजीएमयू के किसी भी काउंटर के अलावा इलाहाबाद बैंक से भी कहीं से इसमें रुपए डाले जा सकेंगे। साथ ही आनलाइन पेमेंट भी हो सकेगी।

कैशलेस इलाज शुरू करने की दिशा में चरणबद्ध तरीके से कदम बढ़ा रहे हैं। गठिया रोग से एक हफ्ते ट्रायल के बाद सभी विभागों में यह सुविधा लागू की जाएगी।

डॉ। संदीप भट्टाचार्य, हेड, आईटी सेल