नई दिल्ली (एएनआई / आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में सात आरोपियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दायर की है। सीबीआई ने अपनी एफआईआर में मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर वन बनाया है। सीबीआई की प्राथमिकी आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 477-ए (खातों में हेराफेरी) के तहत दर्ज की गई है। मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि शराब कारोबारियों को कथित तौर पर 30 करोड़ रुपये की छूट दी गई। लाइसेंसधारियों को उनकी मर्जी से एक्सटेंशन दिया गया था। आबकारी नियमों का उल्लंघन कर नियम बनाए गए।
अभी तक सीबीआई ने इस मामले में दो गिरफ्तारियां की
इसके साथ ही इसमें यह भी कहा गया है कि मनीष सिसोदिया और कुछ शराब कारोबारी सक्रिय रूप से शराब के लाइसेंसधारियों से एकत्र किए गए अनुचित आर्थिक लाभ को सरकारी कर्मचारियों को देने में से शामिल थे। सात आरोपियों में से मनीष सिसोदिया दिल्ली के उपमुख्यमंत्री, अरवा गोपी कृष्णा तत्कालीन आयुक्त (आबकारी), आनंद तिवारी तत्कालीन उपायुक्त (आबकारी) और पंकज भटनागर सहायक आयुक्त (आबकारी) उत्पाद शुल्क से संबंधित सिफारिश करने और निर्णय लेने में सहायक थे। अभी तक सीबीआई ने इस मामले में दो गिरफ्तारियां की हैं। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने जांच जारी रखी है।

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