मुंबई (पीटीआई)दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटर कपिल वधावन और आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स के प्रमोटर धीरज वधावन की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैंं। दोनों भाइयों को यस बैंक घोटाले के सिलसिले में एक स्पेशल कोर्ट के समक्ष पेश किए जाने के बाद 29 अप्रैल तक केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की हिरासत में भेज दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि यस बैंक के तत्कालीन सीईओ राणा कपूर के रिश्वत मामले में आरोपी बनाए जाने के करीब 50 दिन बाद रविवार को महाबलेश्वर स्थित क्वाॅरंटीन सेंटर से इन्हें हिरासत में लिया गया था।

धोखाधड़ी कर अपनों को पर्याप्त लाभ लेने की कोशिश

सीबीआई के अनुसार 62 वर्षीय राणा कपूर ने वधावन के साथ मिलकर यस बैंक के जरिए डीएचएफएल को वित्तीय सहायता देने के लिएआपराधिक साजिश रची। इसके बदले में अपने लिए और अपने परिवार के सदस्यों के लिए उनकी कंपनियों के जरिए पर्याप्त लाभ लेने की कोशिश की। मीडिया रिपोर्ट्स सीबीआई ने यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर, दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के प्रवर्तक निदेशक कपिल वधावन और आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स के प्रमोटर धीरज वधावन के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप केस दर्ज हुआ है।

वधावन फैमिली के ट्रिप पर जाने से हडकंप मच गया था

बता दें कि हाल ही में कोरोना वायरस के चलते लगे लाॅकडाउन में डीएफएचएल के प्रमोटर कपिल वधावन और धीरज वधावन के फैमिली ट्रिप पर जाने से हडकंप मच गया था। लाॅकडाउन के बीच वधावन परिवार के 23 लोगों ने इमरजेंसी बताकर खंडवा से महाबलेश्वर में बने फार्महाउस की विजिट की थी। इसके बाद इन सबको महाबलेश्वर में स्थानीय पुलिस द्वारा क्वाॅरंटीन सेंटर में रखा गया था। 10 अप्रैल को इस मामले में काफी हंगामे के बाद जांच शुरू होने के साथ ही वधावन फैमिली को परमिट देने वाले प्रधान सचिव (विशेष) को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया।

National News inextlive from India News Desk