- देहरादून, दिल्ली और गुरुग्राम में आठ स्थानों पर दिनभर चला सर्च ऑपरेशन, कई दस्तावेज कब्जे में लिए

DEHRADUN: 1955 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में दर्ज मुकदमे में सीबीआई दिल्ली की टीम ने देहरादून में आईटीबीपी के रिटायर्ड आईजी के आवास समेत दिल्ली और गुरुग्राम में आठ स्थानों पर छापेमारी की। सीबीआई प्रवक्ता के अनुसार, इस दौरान टीम ने कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

लोन की किश्तें नहीं कराई जमा

जानकारी के अनुसार, सीबीआई दिल्ली ने मामले में बीती दस फरवरी को एजुकांप सॉल्यूशंस लिमिटेड व उसकी सहयोगी फर्म एजु स्मार्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। एसबीआई के डीजीएम मुकेश कुमार धींगरा की ओर से दर्ज कराए मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि एजुकांप सॉल्यूशंस लिमिटेड के एमडी शांतनु प्रकाश, जगदीश प्रकाश निवासी गुरुग्राम हरियाणा, एजु स्मार्ट के डायरेक्टर विजय प्रकाश चौधरी निवासी पश्चिमी दिल्ली व विनोद कुमार डंडोना निवासी सिद्धार्थ पैराडाइज अपार्टमेंट, प्रेमनगर, देहरादून व अन्य ने एसबीआई, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया व आइडीबीआई बैंक से 1955 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। आरोप था कि एजुकांप सॉल्यूसंस लिमिटेड स्कूलों को एजुकेशनल साफ्टवेयर की आपूर्ति करती थी। बाद में उसने सहयोगी फर्म एजु स्मार्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के जरिये बैंकों से लोन लिया, लेकिन जिस काम के लिए लोन लिया और उस काम में नहीं लगाया गया। जांच में यह भी सामने आया कि लोन के सापेक्ष किश्तें भी जमा नहीं की जा रही थीं। सीबीआई दिल्ली के प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी में जो दस्तावेज मिले हैं, उनकी जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दून में पांच घंटे चला सर्च

दिल्ली सीबीआई की टीम मंगलवार की सुबह ही देहरादून पहुंच गई। यहां देहरादून सेक्टर के अधिकारियों से संपर्क करने के बाद टीम सीधे सिद्धार्थ पैराडाइज अपार्टमेंट पहुंची। यहां सुबह साढ़े सात बजे से लेकर दोपहर साढ़े बारह बजे तक टीम घर की तलाशी लेती रही। इस दौरान घर में मौजूद सदस्यों से भी पूछताछ की गई।