-3592 करोड़ के लोन डिफॉल्टर्स देसाई बंधुओं पर सीबीआई ने दर्ज किया केस, फीलखाना स्थित कंपनी के ऑफिस में छापेमारी

-देसाई बंधुओं समेत कुल 13 लोगों पर एफआईआर के साथ लुक आउट सर्कुलर भी जारी, देश को छोड़ कर नहीं जा सकेंगे

KANPUR: लोन डिफॉल्टर मामले में कानपुर के एक और नामी औद्योगिक घराने के खिलाफ सीबीआई ने कार्रवाई शुरू कर दी है। डायमंड के साथ मेटल और पेट्रो केमिकल कमोडिटीज का बिजनेस करने वाले फ्रॉस्ट इंटरनेशनल समूह के डायरेक्टर्स समेत 13 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने 3592 करोड़ रुपए के लोन में गड़बडि़यों को लेकर रिपोर्ट दर्ज की है। टयूजडे को इस बाबत सीबीआई की टीम ने फीलखाना स्थित कल्पना प्लाजा में फ्रॉस्ट इंटरनेशनल के ऑफिस में छापा मारा। इस दौरान सीबीआई अधिकारियों ने ऑफिस में लगे कंप्यूटर्स की हार्ड डिस्क और डॉक्यूमेंट्स हासिल किए। वहीं इस इस मामले में कंपनी के प्रमोटर्स और लोन में गारंटी देने वाले लोगों पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक गई है। सीबीआई ने यह एफआईआर लोन देने वाले बैंक ऑफ इंडिया के कानपुर जोन ऑफिस की शिकायत पर दर्ज की है। मालूम हो कि लोन डिफॉल्ट मामले में बैंक पहले ही कंपनी की मुंबई और गुरुग्राम स्थित प्रॉपर्टीज को सीज कर उनकी नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है।

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देश छोड़ कर नहीं जा सकेंगे

बैंक ऑफ इंडिया की ओर से फ्रॉस्ट इंटरनेशनल के प्रमोटर्स समेत बैंक लोन में गारंटी देने वाले लोगों के खिलाफ सीबीआई में केस दर्ज कराया गया। इसके साथ की लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया है। जिसके बाद अब वह देश छोड़ कर नहीं जा सकेंगे। सीबीआई की टीम अब लोन से संबंधित दस्तावेजों की जांच कर रही है। गड़बडि़यां मिलती है तो कंपनी के प्रमोटर्स की गिरफ्तारी भी की जा सकती है।

अरबों का लोन हुआ एनपीए

कानपुर के कारोबारी उदय देसाई और उनके भाई सुजाय देसाई की कंपनी फ्रॉस्ट इंटरनेशनल का कारोबार 25 देशों में फैला है। यह मेटल, डायमंड, पेट्रो केमिकल्स समेत एग्रो- कमोडिटीज का बिजनेस है। कंपनी ने 2003 में बैंक ऑफ इंडिया से 400 करोड़ का लोन लिया था। नवंबर 2018 में यह खाता एनपीए हो गया। उस वक्त लोन का अमाउंट 606 करोड़ हो गया था। इसके अलावा कंपनी ने बैंकों के कंसोर्टियम से और भी लोन लिए। जोकि लगातार एनपीए होते चले गए। मार्च 2019 में बैंकों ने फ्रॉस्ट इंटरनेशनल के संपत्तियों को जब्त कर उनकी नीलामी शुरू कर दी। इसमें मुंबई और गुरुग्राम की कई बड़े आफिसेस भी शाि1मल हैं।

कितने बैंकों का कितने करोड़ का लोन िडफॉल्ट

बैंक ऑफ इंडिया- 606 करोड़

बैंक ऑफ बड़ौदा- 526 करोड़

आंध्रा बैंक- 47.85 करोड़

केनरा बैंक,सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया,ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स, पीएनबी, सिंडीकेट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, विजया बैंक, इलाहाबाद बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया- 100 से 390 करोड़ तक का लोन

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कभी थे सबसे अमीर उद्योगपति

फ्रॉस्ट इंटरनेशनल गु्रप के प्रमोटर्स ने जितनी तेजी से बिजनेस की ऊंचाइयों को छुआ उतनी ही तेजी से वह धराशायी भी हो गए। तीन साल पहले ही इंटरनेशनल रिसर्च एजेंसी हुरून इंटरनेशनल ने 2017 में जारी की देश के बिलिनियर्स की लिस्ट में फ्रॉस्ट इंटरनेशनल के 3 प्रमोटर्स को जगह दी थी। कंपनी के डायरेक्टर उदय देसाई उनके बेटे सुजाय देसाई और सुनील वर्मा की कुल संपत्ति रिसर्च एजेंसी ने 5,800 करोड़ रुपए बताई थी। जबकि नवंबर 2018 को कंपनी सैकड़ों करोड़ रुपए के लोन चुकाने में नाकाम रही और उसके बाद से उसका बुरा वक्त शुरू हो गया।