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LUCKNOW : उन्नाव कांड में सीबीआई ने रविवार को चार जिलों में आरोपितों और उनके करीबियों के 17 ठिकानों पर छापेमारी कर घटना से जुड़े कई अहम सुबूत जुटाए हैं। सीबीआई की टीम ने लखनऊ, उन्नाव, फतेहपुर और बांदा में सुबह नौ बजे अचानक छापे मारे जिससे हड़कंप मच गया। वहीं दूसरी ओर सीबीआई ने रायबरेली में दुर्घटना करने वाले ट्रक के मालिक देवेंद्र पाल से राजधानी स्थित सीबीआई कार्यालय में पूछताछ की। इस दौरान वह खुद को निर्दोष करार देता रहा। सूत्रों की मानें तो ट्रक ड्राइवर और क्लीनर से उसका आमना-सामना कराकर उनके बयानों को क्रॉस वैरीफाई भी किया गया है।

कुलदीप सेंगर से फिर पूछताछ
सीबीआई की एक टीम दोपहर में दोबारा सीतापुर जेल पहुंची जहां उसने उन्नाव कांड के आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनकी करीबी शशि सिंह ने तीन घंटे तक गहन पूछताछ की। सीबीआई रविवार रात दोनों को दिल्ली ले गयी जहां तीस हजारी कोर्ट में उनको पेश किया जाना है। इसके लिए सीबीआई ने कोर्ट से अनुमति ले ली है। सीबीआई ने शशि सिंह के बेटे नवीन सिंह को हिरासत में ले लिया है। उस पर पीडि़ता और उसके परिजनों को लगातार धमकाने के आरोप है। सीबीआई ने लखनऊ में कुलदीप सिंह सेंगर के दो ठिकानों पर छापा मारा है। इसके अलावा उन्नाव में उनके भाई मनोज के घर को भी खंगाला। सीबीआई की टीम ने बांदा जाकर खनिज लोड होने वाली जगह पर भी छानबीन की है। वहीं रायबरेली में ट्रक मालिक के परिसरों पर भी छानबीन की गयी है। इसके अलावा रायबरेली सड़क हादसे के बाकी आरोपितों को भी सोमवार को सीबीआई कार्यालय तलब किया गया है। इनमें विधायक का भाई मनोज सिंह, विनोद मिश्रा, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह और वकील अवधेश सिंह शामिल हैं।

दिल्ली से आए एक दर्जन अफसर
उन्नाव कांड की जांच को सीबीआई मुख्यालय से एक दर्जन से ज्यादा अफसर लखनऊ भेजे गये हैं। जिन्होंने रविवार को हुई छापेमारी में भी हिस्सा लिया। इनमें नई दिल्ली में तैनात डिप्टी एसपी आरआर त्रिपाठी भी हैं जिन्होंने उन्नाव कांड के चारों केसों की जांच की थी। उन्होंने आज टीम के साथ पीडि़ता के उन्नाव स्थित माखी गांव जाकर परिजनों और गांववालों से बातचीत की और तमाम जानकारियां बटोर कर वापस आ गये।

सीडीआर से खुलेगा राज
रायबरेली सड़क हादसे की जांच कर रही सीबीआई के निशाने पर आरोपितों समेत करीब 50 मोबाइल नंबर ऐसे हैं जिनके सीडीआर की गहन जांच की जा रही है। सूत्रों की मानें तो नामजद आरोपितों के अलावा पीडि़ता को दिए गये गनर और अन्य सुरक्षाकर्मी भी सीबीआई की जांच के दायरे में हैं। उनके सीडीआर की जांच के बाद उनसे पूछताछ करने की भी तैयारी है।