- 68,500 शिक्षकों की भर्ती परीक्षा में हेराफेरी का मामला

- हाईकोर्ट की फटकार के बाद मंगलवार को फिर भेजा पत्र

LUCKNOW : प्रदेश में 68,500 शिक्षकों की भर्ती परीक्षा में हुई गड़बडि़यों की जांच के लिए सीबीआई जल्द केस दर्ज करने की तैयारी में है। हाईकोर्ट की फटकार के बाद सीबीआई लखनऊ ने एक बार फिर निदेशक की अनुमति के लिए मंगलवार को पत्र भेज दिया है। सूत्रों की मानें तो सीबीआई निदेशक जल्द ही इसकी अनुमति प्रदान कर सकते हैं जिसके बाद यह मामला लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच द्वारा दर्ज करके जांच शुरू कर दी जाएगी।

देनी है प्रोग्रेस रिपोर्ट

इस मामले में दर्ज याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने सीबीआई को केस दर्ज कर जांच करने और 26 नवंबर को अदालत में प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे। इस बीच राज्य सरकार ने सीबीआई जांच के खिलाफ डबल बेंच में अपील करने का फैसला लिया जिससे यह मामला लटक गया। वहीं 26 नवंबर को सीबीआई द्वारा प्रोग्रेस रिपोर्ट दाखिल न किए जाने पर अदालत ने कड़ी फटकार लगाई थी। सीबीआई ने अदालत में तर्क दिया था कि फिलहाल उसे मुख्यालय से केस दर्ज करने की अनुमति नहीं मिली है। इस पर अदालत ने तत्काल केस दर्ज करने और आगामी 10 दिसंबर को प्रोग्रेस रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए। तत्पश्चात आनन-फानन में मंगलवार को एक बार फिर सीबीआई निदेशक से अनुमति प्रदान करने का पत्र लखनऊ सीबीआई कार्यालय द्वारा भेजा गया है।

यह था मामला

हाईकोर्ट ने एक नवंबर को अपने आदेश में सहायक शिक्षक भर्ती मामले में अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं के साथ बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ की बात पाते हुए मामले की जांच सीबीआई को करने के आदेश दिए थे। दरअसल तमाम अभ्यर्थियों की ओर से दर्जनों याचिकाएं दाखिल करते हुए आंसर शीट्स में छेड़छाड़ की बात कही गई थी। मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अभ्यर्थियों के आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए व राज्य सरकार से जवाब मांगा। लेकिन, सरकार द्वारा न तो कोई संतोषजनक जवाब दिया जा सका और न ही दोषी अधिकारियों के विरुद्ध समुचित कार्रवाई की गई, जिस पर कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।