- सीबीएसई ने स्कूलों से मांगा बोर्ड एग्जाम कैंडिडेट्स का डाटा
-समय से एग्जाम कराने के लिए सीबीएसई से शुरू की तैयारी
-10वीं और 12वीं के स्टूडेंट की बोर्ड को समय स्कूल को भेजनी होगी लिस्ट
GORAKHPUR: एग्जाम में लेट-लतीफी से बचने के लिए सीबीएसई बोर्ड एक्टिव हो गया है। समय से एग्जाम कंप्लीट हो सके इसके लिए बोर्ड ने सभी स्कूल्स से 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स की संख्या सबमिट करने को कहा है। बोर्ड के एग्जाम लिंक पर सबमिशन की प्रक्रिया ऑनलाइन दो अगस्त से शुरू हो चुकी है। 15 अक्टूबर तक स्कूल्स को सभी डिटेल रीजनल ऑफिस भेजनी होगी। स्कूल्स 30 सितंबर तक डिटेल भेज सकते हैं। इसके बाद भी डिटेल ना भेज पाने वाले स्कूल्स को एक आखिरी मौका एक से 14 अक्टूबर तक मिलेगा। जिसमें एक स्टूडेंट का दो हजार रुपए तक की लेट फीस भी स्कूल को जमा करनी होगी।
गलत फॉर्म भरने पर हो सकते हैं बाहर
10वीं या 12वीं के कैंडिडेट्स का फॉर्म भरते समय स्कूल को ये ध्यान देना होगा कि कोई गलती ना हो। एक भी मिस्टेक कैंडिडेट्स को एग्जाम से बाहर कर सकती है। इसलिए जरूरी है कि स्टूडेंट, मदर, फादर या गार्डियन के नेम की स्पेलिंग में कोई गलती ना हो, डेट ऑफ बर्थ सही हो, स्कूल के द्वारा प्रवेश और निकासी रजिस्टर के अनुसार हो, सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन सही हो और स्कीम ऑफ स्टडीज के अनुसार हो। साथ ही सब्जेक्ट कोड को भी सही ढंग से भरा जाए।
स्कूलों को देना होगा विशेष ध्यान
- रेग्युलर और बोनाफाइड स्टूडेंट का नाम अप्रूव किया हो।
- किसी भी बोनाफाइड स्टूडेंट का नाम छूटने ना पाए।
- स्टूडेंट रेग्युलर पढ़ाई कर रहा हो तो उसका अटेंडेंस कम ना हो।
- स्टेडेंट किसी अन्य बोर्ड से रजिस्टर्ड ना हो।
- 10वीं और 12 वीं के कैंडिडेंट्स का शेडयूल
नॉर्मल फीस- 1500 पर कैंडिडेट
ऑप्शन सब्जेक्ट का चार्ज- 300 रुपए पर कैंडिडेट
बोर्ड फॉर्म भरने की डेट- 2 से 14 अक्टूबर
रीजनल ऑफिस भेजने की डेट-15 अक्टूबर
लेट होने पर फीस - 2000
सीबीएसई बोर्ड स्कूल की संख्या- 99
10वीं स्टूडेंट्स - 15 हजार
12 वीं स्टूडेंट्स - 9-10 हजार
शहर में सेंटर की संख्या - 22
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इस बार बनेंगे तीन नए सेंटर
शहर में इस समय कुल 99 सीबीएसई बोर्ड के स्कूल हैं। हर बार बोर्ड एग्जाम में शहर में करीब 22 सेंटर बनाए जाते हैं। इस बार करीब 15 हजार हाई स्कूल और 9 से 10 हजार के करीब इंटर में स्टूडेंट की संख्या होगी। बोर्ड एग्जाम के लिए एक मीटिंग भी ऑर्गनाइज की गई थी। हर साल स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ती है। इसको ध्यान में रखकर इस बार शहर में तीन नए सेंटर बनाए जा सकते हैं। इसके बाद सेंटर की संख्या 25 हो जाएगी।
वर्जन
समय से एग्जाम हो सके इसके लिए बोर्ड ने कैंडिडेट्स की डिटेल मांगी है। इस बार शहर में तीन नए सेंटर बढ़ सकते हैं।
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