- सीबीएसई बोर्ड ने मनमानी फीस वसूलने वाले स्कूल्स पर कसा शिकंजा

- फीस बढ़ाने के पहले स्कूल्स को लेनी होगी पैरेंट्स की सहमति

GORAKHPUR:

सीबीएसई बोर्ड के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के पैरेंट्स के लिए खुशखबरी है। अब स्कूल उनसे मनमानी फीस नहीं वसूल पाएंगे। इसके लिए बोर्ड ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सीबीएसई बोर्ड ने सभी एफिलिएटेड स्कूल्स को उनके यहां अवेलेबल रिसोर्सेज के मुताबिक सेशन के बीच पैरेंट्स की सहमति से ही फीस बढ़ाने का निर्देश दिया है। अगर कोई भी स्कूल फीस में मनमानी करेगा तो पैरेंट्स की शिकायत पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पैरेंट्स की लेनी होगी सहमति

फीस को लेकर स्कूल्स के खिलाफ सीबीएसई बोर्ड को लगातार शिकायतें मिल रही थीं। पैरेंट्स का कहना था कि स्कूल क्वालिटी बढ़ाने और बेहतर एजुकेशन की बात कहकर मनमानी फीस बढ़ा देते हैं। इसके चलते पैरेंट्स पर फीस का अतिरिक्त बोझ पड़ता है। लेकिन अब स्कूल्स की ये मनमानी नहीं चल सकेगी। इन शिकायतों पर गंभीर बोर्ड ने सभी स्कूल्स के लिए सर्कुलर जारी कर निर्देश दिया है कि वह बगैर पैरेंट्स की सहमति के फीस नहीं बढ़ा सकते।

एफिलिएशन हो सकती है कैंसिल

बोर्ड की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक स्कूल प्रशासन का मकसद बेहतर शिक्षा प्रदान करना है ना कि लाभ कमाना। यहीं नहीं फीस बढ़ाने पर अब संबंधित स्कूल का ऑडिट कराया जाएगा। उचित कारण न मिलने पर उसका एफिलिएशन तक कैंसिल किया जा सकता है।

दस गुना लगेगा जुर्माना

बोर्ड की तरफ से यह भी कहा गया है कि स्कूल्स की ओर से स्पेशल फीस वसूलने की शिकायत अगर मिली तो स्कूल प्रशासन से दस गुना जुर्माना वसूला जाएगा। जुर्माना न देने पर डिपार्टमेंटल एक्शन लिया जाएगा। सभी स्कूल्स को हर साल अपने अकाउंट की डिटेल भी बोर्ड को भेजनी होगी ताकि फीस बढ़ाने के कारणों का इवैल्युएशन हो सके। जो स्कूल बोर्ड ये डिटेल्स नहीं भेजेगा, उसे बोर्ड की तरफ से कोई भी सुविधा नहीं दी जाएगी। साथ ही उसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा। वहीं, सर्कुलर में यह भी निर्देश दिया है कि राज्य सरकार के बनाए फीस स्ट्रक्चर का भी पालन किसी भी दशा में करना होगा। ऐसा नहीं करने पर राज्य सरकार की तरफ से स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई तय है।

वर्जन

सीबीएसई बोर्ड की तरफ से सर्कुलर जारी किया गया है। बोर्ड के अनुसार पैरेंट्स की परमिशन लेकर ही स्कूल प्रशासन को फीस बढ़ानी होगा। बोर्ड के निर्देश को फॉलो नहीं करने वालों पर कार्रवाई भी होगी।

- मीना अधमी, को-ऑर्डिनेटर, सीबीएसई बोर्ड