-सीबीएसई ने स्कूल बदलने पर तय किया बोर्ड फीस

-फेल होने के बाद भी स्टूडेंट्स को दुबारा रेग्युलर पढ़ाई करने पर देना होगा बोर्ड फीस

GORAKHPUR: हर बार प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ाने को लेकर पैरेंट्स की शिकायत रहती है। लेकिन इस बार सीबीएसई बोर्ड ने ही अपनी फीस तय कर स्टूडेंट के ऊपर आर्थिक बोझ डाल दिया है। सीबीएसई भी बोर्ड ईयर में स्कूल चेंज करने वाले स्टूडेंट््स से पांच हजार रुपए फीस के रूप में वसूलेगा। यही नहीं फेल होने के बाद फिर उसी स्कूल में रेग्युलर पढ़ने वाले स्टूडेंट से भी इतनी ही फीस बोर्ड लेगा। जबकि, पहले ऐसा नहीं था। पहली बार सीबीएसई बोर्ड ने इस तरह की गाइडलाइन जारी की है।

जरूरी केस में लगेगा एक हजार

जो एडमिशन जरूरी होगा उस केस में बोर्ड केवल एक हजार रुपए फीस लेगा। इसके अलावा मेडिकल से लेकर कोई भी केस में 5 हजार से कम फीस नहीं ली जाएगी।

यह हुआ बदलाव

- पहले स्टूडेंट को कोई फीस बोर्ड के नाम पर नहीं जमा करानी होती थी। लेकिन अब स्कूल बदलने की स्थिति में स्टूडेंट को सीबीएसई बोर्ड के नाम से 5 हजार रुपए की डीडी बनवा कर जमा करनी होगी।

-बोर्ड ईयर में एडमिशन लेने पर स्कूल को देना होगा इंफ्रास्टक्चर का पूरा डिटेल।

-क्लास 1 से लगाए 12 तक के सभी स्टूडेंट्स की संख्या, सेक्सन और टीचर्स की डिटेल भी स्कूल को बोर्ड को देनी होगी।

-एक सेक्शन में 40 बच्चों से अधिक होने पर नया सेक्शन और नए टीचर्स अनिवार्य हो गया है।

-नए सेक्शन के लिए 30 जून तक बोर्ड में आवेदन करना होगा।

-प्रैक्टिकल के लिए लास्ट ईयर बोर्ड की तरफ से 80 रुपए फीस ली जाती थी। अब हर सब्जेक्ट पर फीस ली जाएगी। प्रेक्टिकल और प्रोजेक्ट दोनों केस में फीस ली जाएगी।

कोट-

जहां अभी तक कुछ नहीं लगता था। उस पर फीस तय कर देने से पैरेंट्स पर एक्स्ट्रा बोझ आएगा।

अजय शाही, डायरेक्टर आरपीएम स्कूल

सीबीएसई ने नई गाइड लाइन जारी की है। इसके तहत अब बोर्ड ईयर में स्कूल बदलने पर फीस देनी पड़ेगी।

विशाल त्रिपाठी, सीबीएसई को-आर्डिनेटर