- शासन के रजिस्ट्रार ने हाईकोर्ट में डाली थी अपील

- दो याचिकाएं खारिज एक के लिए लगी 16 मार्च

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी में शासन के रजिस्ट्रार किनारे लगे हुए हैं और इनकी जगह प्रभारी रजिस्ट्रार काम कर रहे हैं। उधर शासन के रजिस्ट्रार ने अपनी कुर्सी के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रखी है, जिनकी तीन याचिकाओं में दो को कोर्ट ने खारिज कर दिया है। एक याचिका बची है, जिस पर सुनवाई के लिए डेट दी गई है। ऐसे में रजिस्ट्रार का मामला डाउन नजर आ रहा है। अब केवल वे अपनी नौकरी को संभालने में लगे हैं। किसी तरह इनको अपना हक मिल जाए।

यह रहा मामला

यूनिवर्सिटी में अक्टूबर ख्0क्ब् से वीसी और शासन के रजिस्ट्रार मनोज कुमार के बीच पंगेबाजी चल रही है। वीसी ने रजिस्ट्रार मनोज कुमार को कार्यमुक्त करते हुए रिलीव कर दिया। अब इनकी जगह प्रभारी रजिस्ट्रार डीआर प्रभाष द्विवेदी काम संभाल रहे हैं। मनोज कुमार ने कोर्ट में अपनी तीन याचिकाएं डाली हैं। जिनमें एक कुलपति की नियुक्ति संबंधी, दूसरी यूनिवर्सिटी में हुई नियुक्ति के संबंध में और तीसरी खुद की नियुक्ति के संबंध में याचिका दायर की थी।

दो खारिज एक में तारीख

बताया गया कि मनोज कुमार द्वारा दायर याचिकाओं में वीसी संबंधी याचिका कोर्ट ने पहले ही खारिज कर दी थी। वहीं यूनिवर्सिटी में हुई नियुक्तियों में खुद की मौजूदगी और इनमें गड़बड़ी को लेकर याचिका बुधवार को सुनवाई के दौरान खारिज कर दी गई। अब रजिस्ट्रार की केवल खुद की नियुक्ति संबंधी याचिका बची है। इसके लिए क्म् मार्च कोर्ट ने सुनवाई के लिए तय की है। ऐसे में रजिस्ट्रार मनोज कुमार काफी कमजोर नजर आ रहे हैं।

ये ताला खुलवाने की बात कर रहे हैं

स्टूडेंट्स लीडर अंकित चौधरी और अंकुर राणा रजिस्ट्रार के ऑफिस का ताला खोलने की बात कर रहे हैं। साथ ही रजिस्ट्रार मनोज कुमार को ताला तोड़कर उनके ऑफिस में बैठाने के लिए वीसी को चेतावनी दे चुके हैं। अंकित चौधरी का कहना है कि दो दिन बाद वह रजिस्ट्रार ऑफिस का ताला तोड़ देंगे और उसमें मनोज कुमार को दुबारा बैठाया जाएगा। इसके लिए भले ही पुलिस के डंडे ही क्यों न खाने पड़े। उधर वीसी ने भी इस मामले में कुछ करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने प्रभारी रजिस्ट्रार के लिए कमरा तय कर दिया है और रजिस्ट्रार के कमरे का ताला नहीं खुलेगा।