सीसीएसयू ने परीक्षा केंद्र को लेकर दिए निर्देश

31 बिंदुओं पर मांगा गया कॉलेजों से जवाब

22 फरवरी से सीसीएस यूनिवर्सिटी की शुरू होंगी परीक्षाएं

3 दिन का समय दिया कॉलेजों को जानकारी देने के लिए

Meerut । सीसीएस यूनिवर्सिटी में आगामी 22 फरवरी से परीक्षाएं शुरू होंगी। इसके तहत निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा केंद्रों में रेत से भरी बाल्टी होनी चाहिए। यदि कॉलेज में रेत व पानी की बाल्टियां नहीं होंगी। तो उन्हें परीक्षा केंद्र की लिस्ट से बाहर किया जाएगा। कॉलेजों को केंद्र बनाने के पहले 31 बिंदुओं पर अपनी रिपोर्ट देनी होगी। इसमें आग से बचाव के लिए कॉलेज में पानी की बाल्टी व रेत की व्यवस्था के बारे में बताना होगा। सीसीएसयू निर्धारित बिंदुओं को पूरा करने वाले कॉलेजों को ही परीक्षा केंद्र फाइनल करेगा, सभी कॉलेजों को नियमों की सूचना देने के लिए बस तीन दिन का ही समय दिया गया है, इन तीन दिनों में सारी जानकारी उपलब्ध करा दे। जो बिंदुओं पर खरा नहीं उतरेगा, उसका केंद्र कैंसिल किया जाएगा। सभी बिंदुओं को वेबसाइट पर अपलोड करते हुए सूचना देने के आदेश दिए गए हैं। यूनिवर्सिटी के अनुसार निर्धारित दिनों तक सूचना न देने वाले कॉलेजों पर विचार भी नहीं किया जाएगा।

संसाधनों की देनी होगी जानकारी

गौरतलब है कि प्रोफॉर्मा के बिंदु संख्या 21 पर कॉलेजों को अग्निशमन के संसाधनों के बारे में बताना होगा। यूनिवर्सिटी के अनुसार कॉलेज में फायर एक्सटीग्विशर, पानी की बाल्टियां व रेत है या नहीं, यह बताना होगा। कॉलेज में अग्निशमन यंत्र का प्रमाण पत्र कब रिन्यू कराया है उसका ब्योरा। हालांकि यदि यूनिवर्सिटी इन 31 बिंदुओं का कढ़ाई से अमल करता है तो 99 फीसदी कॉलेज केंद्र बनने की दौड़ से बाहर हो जाएंगे। अधिकांश कॉलेज शिक्षकों के अनुमोदित पत्र व उनके बैंक स्टेटमेंट भी उपलब्ध नहीं करवा पाएंगे।

केंद्र बनाने के लिए खास बिंदु

- कॉलेज में अनुमोदित प्रिंसिपल है या नहीं है। यदि हैं उनका नाम मोबाइल नम्बर, अनुमोदन पत्र, वेतन का बैंक स्टेटमेंट एवं आधार कार्ड

- कार्यरत एवं अनुमोदित सभी टीचर के नाम, मोबाइल नम्बर, अनुमोदन पत्र, बैंक स्टेटमेंट की कॉपी व आधार कार्ड

- कॉलेज में सुविधाएं मानकों के अनुसार है या नहीं, इसका प्रमाण सहित जवाब। पक्के कमरों की संख्या व साइज ।

- बीते तीन सालों में सामूहिक नकल में आरोपित तो नही है, प्रमाण पत्र

- निकटतम पांच कॉलेजों के नाम व दूरी

- कॉलेज परिसर में प्रिंसिपल का आवास है या नहीं

- कॉलेज सुविधा मार्ग से जुड़ा है या नहीं

- सीसीटीवी कैमरे, वॉयस रिकॉर्डर, जनरेटर है या नहीं

यूनिवर्सिटी के नियमों के अनुसार ही केंद्रों को अपने सभी जवाब देने होंगे। जो भी जवाब नहीं देगा उसको नियमानुसार केंद्र बनाने से बाहर किया जाएगा।

प्रो। वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू

तो क्या 80 प्रतिशत कॉलेज नहीं बनेंगे केंद्र

मेरठ। 22 फरवरी से प्रस्तावित परीक्षाओं में ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन में रजिस्ट्रेशन कराने वाले कॉलेज को ही केंद्र बनाया जाएगा। जिन कॉलेजों के पास एआईएसएचई का सर्टिफिकेट नहीं होगा, वो केंद्र भी नहीं बनाए जाएंगे। यूनिवर्सिटी ने सभी कॉलेजों से सर्वे में प्रतिभाग करते हुए सर्टिफिकेट उपलब्ध देने को को कहा था।

80 प्रतिशत ने खींचा हाथ

यूनिवर्सिटी ने मुख्य परीक्षाओं का कार्यक्रम वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। परीक्षा की तैयारियां शुरु हो चुकी है। हर साल सभी कॉलेजों को एआईएसएच में भाग लेना अनिवार्य है। इसमें शिक्षक, टीचर व उर्तीण प्रतिशत सहित विभिन्न रिकॉर्ड उपलब्ध कराने होते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होती है। लेकिन सीसीएसयू संबद्ध 80 फीसदी कॉलेज इसमें हिस्सा नहीं लिया है।

दिया गया अंतिम मौका

हालांकि एक हफ्ते का अंतिम मौका सीसीएसयू ने कॉलेजों को दिया है, ताकि बचे हुए कॉलेज भी इसमें प्रतिभाग कर लें, लेकिन कॉलेज इंट्रस्ट नहीं ले रहे हैं। चूंकि कॉलेजों के रिकॉर्ड से राष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा की तस्वीर का पता लगता है। प्रो वीसी प्रो। वाई विमला ने बताया कि कॉलेजों को एक सप्ताह का समय दिया गया है, शायद कुछ कॉलेजों की संख्या बढ़ सकती है। जो निर्देशों को मानेंगे उन्हीं को केंद्र बनाया जाएगा।