- सीसीटीवी फुटेज लाइव

- सुबह 4 बजकर 32 मिनट पर शुरू हुआ हॉस्पिटल में तांडव

- 4 बजकर 54 मिनट तक बेरहमी से पिटते रहे डॉक्टर रोहित गुप्ता

ALLAHABAD: डॉक्टर रोहित गुप्ता। आनंद हॉस्पिटल। संडे अर्ली मार्निग। चार बजकर फ्ख् मिनट। चार तीमारदार। ख्ख् मिनट का हिंसक कृत्य। 9 मिनट तक डॉक्टर को चैंबर में बंद कर थप्पड़ से पिटाई। उसके बाद चैंबर से बाहर निकाला। क्0क् बार एल्यूमिनियम की राड से दो लोगों ने मिलकर मारा। 80 बार जूतों से पीटा। भ्0 से ज्यादा थप्पड़ मारा। फिर सीसीटीवी पर नजर पड़ी तो उसे तोड़ डाला। 9 मिनट बाद डॉक्टर रोहित को अधमरा कर निकलते दिखे।

जी हां, आनंद हॉस्पिटल में लगे सीसीटीवी कैमरों को जब आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने खंघाला तो पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन की मौत के बाद डाक्टर रोहित गुप्ता पर टूटा तीमारदारों का कहर बेपर्दा हो गया। डॉक्टर को इतनी बेरहमी से मारा गया कि सीसीटीवी फुटेज देखने वालों के होश उड़ गए। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक वीरेन्द्र की मौत के बाद उनके फैमिली मेम्बर्स सुबह चार बजकर फ्ख् मिनट पर डॉक्टर के चैंबर में पहुंचे और तांडव शुरू कर दिया। चैंबर में न सिर्फ डाक्टर को पीटना शुरू कर दिया बल्कि नर्स के साथ भी धक्का मुक्की की। इस हमले से दहशत में आकर चार बजकर फ्फ् मिनट पर अपनी जान बचाकर चैंबर से भाग निकली। चार बजकर फ्भ् मिनट पर चैंबर के अंदर ही फ्रिज को तोड़ा। फिर काउंटर खाली कराया। चार बजकर फ्9 मिनट पर कुर्सी तोड़ने लगे।

ब् बजकर ब्क् चैंबर से बाहर लाए

चैंबर के अंदर 9 मिनट तक डॉक्टर का सिर पकड़ कर थप्पड़ और लात घूंसे से पीटने के बाद चार बजकर ब्क् मिनट पर डॉक्टर रोहित को चैंबर से बाहर लेकर निकले। थप्पड़ों की बरसात के बीच दो लोगों ने अपना जूता निकाल लिया। जूतों को काउंट किया तो पता चला कि लगातार 80 जूते मारे गए।

फिर राड लेकर पीटा

इसके बाद एक व्यक्ति ने हॉस्पिटल फिटिंग्स में लगी एल्युमिनियम राड निकाल कर उससे पीटना शुरू किया। डॉक्टर रोहित राड से बचने के लिए अपना हाथ लगा रहे थे। जिससे दोनों हाथ खून से लथपथ हो गए। फिर डॉक्टर को उठाया और जूतों से मारने लगे। तभी एक और व्यक्ति राड लेकर आ गया। फिर दोनों मिलकर राड से मारने लगे। काउंट किया तो राड से उन्होंने क्0क् बार पीटा। तब तक पीटते रहे जबकि राड टेढ़ा न हो गया। इस दौरान एक साथ तीन लोग थप्पड़ भी बरसा रहे थे। इस दौरान फ्0 थप्पड़ और मारे गए।

सीसीटीवी कैमरा तोड़ा

चार बजकर ब्भ् मिनट पर उन लोगों की नजर कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरा पर पड़ी। फिर क्या था। उसे कुर्सी से तोड़ डाला। इसके बाद भी 9 मिनट तक यह तांडव चला। क्योंकि 9 मिनट बाद ये लोग दूसरे कैमरे में अस्पताल से बाहर निकलते दिखे।