रोडवेज ने लागू किया स्मार्ट तरीका, 10 परसेंट डीजल की हो रही सेविंग

डीजल टैंक में मशीन की नॉब टच करते काम करने लगेगा सेंसर

PRAYAGRAJ: लंबे समय से डीजल चोरी की समस्या से जूझ रहे रोडवेज ने इससे निपटने का स्मार्ट तरीका निकाल लिया है। इससे न केवल तेल चोरी में कमी आएगी, बल्कि डीजल की खपत कम होने से विभाग को फायदा भी होगा। एक जनवरी से लागू हुए इस सिस्टम का असर भी दिखने लगा है। रोजाना दस फीसदी डीजल की बचत होने लगी है। विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि ऐसे स्मार्ट तरीकों के जरिए विभाग का मुनाफा बढ़ाया जा रहा है। जिसका फायदा भविष्य में आम यात्रियों को मिलेगा।

पर्ची मिलते ही अफसरों को मैसेज

रोडवेज की बसों में तेल चोरी का खेल कोई नया नहीं है। तेल चोरी का खेल अक्सर सुर्खियों में रहता है। अब इस खेल पर रोक लगाने के लिये क्षेत्रिय प्रबंधक ने हाईटेक तरीका अपनाया है। डीजल की चोरी को रोकने के लिए वर्कशॉप को डीजल ऑटोमेशन मशीन से लैस कर दिया गया है। क्षेत्रिय प्रबंधक टीके एस विसेन ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के महाप्रबंधक के निर्देश पर मशीन की नॉब और डीजल टैंक में भी सेंसर लगवाए गए हैं। जिस भी बस ड्राइवर को तेल भरवाना होगा उसको एक पर्ची दिया जाएगा। केवल उसी में डीजल पड़ेगा। पर्ची मिलने के बाद केवल उसी बस की आईडी मशीन में ऑनलाइन शो होगी। इस पर्ची पर नंबर पड़ा होगा। साथ ही तुरंत इसका मैसेज निगम मुख्यालय और क्षेत्रिय प्रबंधक तक पहुंच जाएगा। उसके बाद बस में तेल दिया जाएगा। यही नहीं तेल डालते वक्त सभी डेटा की फीडिंग कंप्यूटर में फीड होगी। तेल की मात्रा को कम और ज्यादा नहीं किया जा सकता है। क्योंकि सेंसर में रिंग चिप लगी है।

रजिस्टर पर इंट्री में हेराफेरी बंद

इस हाईटेक सिस्टम को एक जनवरी से लागू कर दिया गया है। अगर हम बात करें एक जनवरी से पहले की तो पहले रजिस्ट्रर पर तेल की इंट्री होती थी। जिससे चालक-परिचालक वर्कशॉप कर्मचारियों की मिलीभगत से तेल में हेराफेरी कर लेते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है। वर्कशॉप को डीजल ऑटोमेशन मशीन से लैस कर दिया गया हैं। मशीन की नॉब में और डीजल टैंक में सेंसर लगाया गया हैं। इसलिए अब डीजल की चोरी नहीं हो सकती।

नई व्यवस्था के तहत जिस बस में तेल डालने के लिए पर्ची दी जाएगी, उस समय उसी बस में ही तेल दिया जायेगा। वर्कशॉप की मशीन में लगा यह सेंसर दूसरी बस की आईडी स्वीकार ही नहीं करेगा। इस सिस्टम के लागू होने से तेल की 15 फीसदी तक सेविंग होने लगी है।

टीकेएस विसेन

आरएम, यूपीएसआरटीसी