- यूपी बोर्ड एग्जाम में नकलमाफियों पर लगाम कसने की तैयारी।

-सिटिंग अरेंजमेंट में गड़बड़ी की तो होगी कड़ी कार्रवाई

Meerut- यूपी बोर्ड में इस बार एग्जाम में होने वाली नकल को रोकने के लिए यूपी बोर्ड मुख्यालय ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। बोर्ड ने नकलमाफियों पर लगाम कसने के लिए विभिन्न तरह के निर्देश जारी किए हैं। अब नकल के लिए केंद्र व्यवस्थापकों को ही जिम्मेदार ठहराया जाएगा। इसके साथ ही गड़बड़ी करने वाले केंद्र पर सख्त कार्रवाई भी होगी।

दिखाया जाएगा जेल का रास्ता

यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में नकल करते पकड़े जाने पर नकलचियों को सीधे जेल भेज दिया जाएगा। मुख्य सचिव ने नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए सभी डीएम व कमिश्नर और डीआईओएस को सख्त निर्देश दिए हैं। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं मार्च में हैं।

गड़बड़ी पड़ेगी भारी

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा मार्च में शुरू होने वाली हैं। इस बार सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर भी बोर्ड ने मुख्य आदेश जारी किए हैं। अगर किसी परीक्षा केंद्र पर सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर कुछ गड़बड़ी मिलती है या फिर किसी केंद्र पर गलत सीटिंग अरेंजमेंट होता है तो इस संबंध में संबंधित केंद्र व्यवस्थापक पर सख्त कार्रवाई के साथ संबंधित एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।

नहीं होनी चाहिए गोपनीयता भंग

पिछले साल परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल की शिकायतों को देखते हुए शासन ने इसे रोकने के लिए सख्ताई करने को कहा है। यूपी सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम 1998 के तहत परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग करने, प्रश्नपत्रों की गोपनीयता भंग करने और ड्यूटी करने वाले शिक्षकों पर हमला करने को भी गैर कानूनी ही माना जाएगा।

डीएम करेंगे बैठक

मुख्य सचिव ने भी डीएम, कमिश्नर को निर्देश भेजे हैं कि वह शिक्षा विभाग के अधिकारियों, प्रिंसिपल व केंद्र व्यवस्थापकों की परीक्षाएं होने से पहले कम से कम दो बार मीटिंग करें।

धारा 144 का भी रखा जाए ध्यान

परीक्षा केंद्र के 200 मीटर की परिधि में धारा-144 लागू रहेगी। मुख्य सचिव ने परीक्षाओं को अच्छे से संपन्न कराने के लिए हर जिले में डीएम की अध्यक्षता में समिति गठित करने के निर्देश भी दिए हैं।

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परीक्षा नकलविहीन कराने की तैयारी चल रही हैं, अगर कोई प्रतिनिधि जांच समिति के साथ जाना चाहता है तो उस पर भी विचार किया जाएगा।

-श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस