-केन्द्र सरकार की स्वदेश दर्शन स्कीम में श्रृंगवेरपुर को किया गया है शामिल
ALLAHABAD: केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने स्वदेश दर्शन स्कीम के अन्तर्गत प्रभु श्रीराम जिन जिन स्थलों से होकर गुजरे थे उसे आधुनिक तरीके से विकसित करने के लिए एक योजना बनाई गई थी। उस योजना में इलाहाबाद के श्रृंगवेरपुर को भी शामिल किया गया था और उसके संपूर्ण विकास के लिए 23 करोड़ का बजट भी स्वीकृत किया था। बजट भी मिल गया और विकास का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानि डीपीआर भी तैयार हो गया है। लखनऊ स्थित पर्यटन विभाग के महानिदेशक से मंजूरी भी मिल गई है। यही वजह है कि पर्यटन विभाग द्वारा रामायण सर्किट में शामिल श्रृंगवेरपुर के विकास का कार्य दिवाली के बाद कराने का निर्णय लिया गया है।
श्रृंगवेरपुर में यह होगा विकास का काम
-सीता स्थल : जहां माता जानकी ने किया था स्नान
- रामचौरा : जहां प्रभु श्रीराम ने ध्यान लगाया था
-वीर आसन : यहां पर लक्ष्मण की पादुका रखी थी
-संध्या घाट का सौंदर्यीकरण
-टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर
-एसी वेटिंग रुम, वॉटर कूलर व इंफारमेशन सेंटर
-दो किमी का पाथ वे इंटर लाकिंग
-पार्किंग व साइनेज
इतिहास
इलाहाबाद लखनऊ हाईवे पर मुख्य मार्ग से तीन और शहर से 40 किमी की दूरी पर गंगा नदी के किनारे श्रृंगवेरपुर स्थित है। इसकी महत्ता का वर्णन खुद गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस में किया था। मानस के अयोध्याकांड में प्रभु श्रीराम के श्रृंगवेरपुर के नमन, निषादराज से भेंट, नाव से गंगापार करने जैसे प्रसंगों का वर्णन किया गया है।
छह महीने पहले केन्द्र की रामायण सर्किट में श्रृंगवेरपुर को विकसित करने के लिए चिन्हित किया गया था। बजट आ चुका है और डीपीआर को मंजूरी भी मिल चुकी है। दिवाली के बाद 23 करोड़ के बजट से विकास के कार्यो को कराया जाएगा। जिसको पूरा करने के लिए दिसम्बर तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
अनुपम कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी