इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में स्व। गोपी कृष्ण गोपेश के अनुदित ग्रंथ विदेशों के महाकाव्य पर परिसंवाद का आयोजन allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के केन्द्रीय सांस्कृतिक समिति व अंग्रेजी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को विभाग के कामन हाल में स्व। गोपी कृष्ण गोपेश के अनुदित ग्रंथ विदेशों के महाकाव्य पर साहित्यिक परिसंवाद का आयोजन किया गया। आगाज प्रो। स्मिता अग्रवाल द्वारा गोपेश के हस्ताक्षर गीत 'मुझसे मेरा नाम न पूछो' के गायन से हुआ। मुख्य अतिथि प्रख्यात कथाकार ममता कालिया ने गोपेश जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे अंग्रेजी विभाग में रूसी भाषा के चर्चित शिक्षकों में रहे। उन्होंने अपनी शैली व सहजता के जरिए छात्र-छात्राओं को रूसी भाषा को सामान्य लहजे में समझाने का काम किया था। महाकाव्यों की सहज अभिव्यक्ति विशिष्ट अतिथि महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के पूर्व कुलपति वीएन राय ने कहा कि गोपेश जी ने अपने अनुदित ग्रंथ से विदेशी भाषा के महाकाव्यों की सहज अभिव्यक्ति करने का प्रयास किया। विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो। केएस मिश्रा ने परिसंवाद की अध्यक्षता की। संचालन डॉ। धनंजय चोपड़ा का रहा तो समिति के अध्यक्ष प्रो। अली अहमद फातमी व विभाग की अध्यक्ष प्रो। आयरीन दास ने अतिथियों का स्वागत किया। परिसंवाद में प्रो। नीलम सरन गौड़, प्रो। हेरम्ब चतुर्वेदी, प्रो। एसके सेठ, प्रो। एचएस सक्सेना, प्रो। दीपिका प्रकाश श्रीवास्तव, प्रो। मृदुला त्रिपाठी, प्रो। सुजाता रघुवंश, प्रो। संजय सक्सेना, प्रो। सुशील कुमार शर्मा, प्रो। सर्वजीत मुखर्जी आदि मौजूद रहे।