सेंट्रल गर्वमेंट स्तर पर टीम का किया गया है गठन

नंबर गेम

30

दिन के अंदर होगी कार्यवाही

53 अस्पताल

आगरा में हैं आयुष्मान योजना से हैं सूचीबद्ध

04 सरकारी अस्पताल भी हैं शामिल

आगरा। डॉक्टर की लापरवाही, अस्पतालों में मरीज का इलाज न करने की स्थिति अब डॉक्टरों समेत अस्पतालों के लिए महंगी पड़ जाएगी। मरीज की एक शिकायत पर केन्द्र में बैठी सरकार तत्काल कार्यवाही करेगी। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सेंट्रल गर्वमेंट स्तर पर टीम का गठन किया गया है। जो मरीजों के साथ आ रही समस्याओं का समाधान करेगी। आयुष्मान योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ। आशीष कुमार ने बताया कि आयुष्मान योजना में शिकायतों को दर्ज कराने के लिए सीजीआरएमएस पोर्टल बनाया गया है। इस पर कोई भी मरीज या तीमारदार अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। यह पोर्टल सेंट्रलाइज्ड है, जिसका सीधा नियंत्रण केन्द्र सरकार से होगा।

दिल्ली से होगी निगरानी

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के जिला शिकायत प्रबंधक दुष्यंत दत्त ने बताया कि आयुष्मान योजना में रजिस्टर्ड अस्पताल यदि मरीज का इलाज करने से मना कर देते हैं या फिर उनके इलाज में लापरवाही करते हैं, या किसी भी प्रकार की अभद्रता करते है तो मरीज आयुष्मान के पोर्टल सीजीआरएमएस पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इस पोर्टल पर आई हुई शिकायतों की सीधे निगरानी दिल्ली से होगी। शिकायतों पर किस तरह कार्यवाही हुई है इसकी भी पूरी डिटेल पोर्टल पर मौजूद रहेगी। संबधित डॉक्टर से जवाब मांगा जाएगा। साथ ही मरीज की शिकायत पर 30 दिन के भीतर कार्यवाही होगी। पोर्टल पर कार्यवाही होने से आयुष्मान योजना में और ट्रांसपेरेंसी आएगी, जिससे किसी भी प्रकार की मरीजों को असुविधा नहीं होगी।

जिला स्तर पर की गई कमेटी का गठन

आगरा जिले में आयुष्मान योजना से 53 अस्पताल सूचीबद्ध हैं, जिसमें से चार सरकारी अस्पताल हैं एवं अन्य निजी अस्पताल हैं। आयुष्मान योजना में आई कुछ शिकायतों के चलते जिला स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी एडीएम ई निधि श्रीवास्तव की देखरेख में कार्य करेगी। जिला शिकायत निस्तारण समिति की अध्यक्ष का पद निधि श्रीवास्तव को दिया गया है एवं सहायक प्रबंधक पद दुष्यंत दत्त को दिया गया है। आयुष्मान योजना के जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक गौरव कुमार कुलश्रेष्ठ ने बताया कि शहर में आ रही शिकायतों को लेकर समिति का गठन किया गया है। महीने में एक बार सभी शिकायतों पर मीटिंग हुआ करेगी। अगर कोई अस्पताल गोल्डन धारक व्यक्ति से पैसे मांगता है, उसका केस लेने से मना कर देता है, मरीज के इलाज में लापरवाही बरतता है तो स्वास्थ्य विभाग की आयुष्मान योजना की गठित जिला शिकायत निस्तारण समिति उस पर कार्यवाही करेगी। मरीज के इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी।

अगर किसी अस्पताल में गोल्डन कार्ड धारक मरीज के इलाज में किसी भी प्रकार की लापवाही बरती जाती है, अभद्रता की जाती है या पैसे लिए जाते हैं तो सीजीआरएमएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें। कार्रवाई की जाएगी।

दुष्यंत दत्त

जिला शिकायत प्रबंधक

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना