- कृष्णा नगर में हुआ हादसा, कार ने पीछे से मारी टक्कर

LUCKNOW: कृष्णा नगर के लाल हॉस्पिटल के पास मंगलवार तड़के एक रोड एक्सीडेंट में बाइक सवार-चाचा भतीजे की मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने सरोजनी नगर निवासी दोनों को पास के हॉस्टिल में पहुंचाया लेकिन उनकी रास्ते में ही मौत हो गई।

चाचा भतीजे जा रहे थे हॉस्पिटल

सरोजनी नगर के गेहरू गांव में राम नरेश का परिवार रहता है। परिवार में तीन बेटे कुलदीप, दुर्गेश और नीरज हैं। दुर्गेश की पत्नी निशा गर्भवती होने के चलते दुबग्गा स्थित एक प्राइवेट नर्सिग होम में भर्ती है। मंगलवार सुबह चार बजे नीरज (20) दुर्गेश के बेटे यश (7) को लेकर बाइक से भाभी निशा को देखने निकला था। बाइक सवार चाचा-भतीजे कृष्णा नगर स्थित लाल हॉस्पिटल के पास पहुंचने थे कि पीछे की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार ने बाइक में टक्कर मार दी। जोरदार टक्कर से यश उछल कर दूर गिरा और नीरज बाइक से घसीटते हुए चला गया। बाइक को टक्कर मारकर कार सवार फरार हो गया।

गाड़ी के कागज से शिनाख्त

सुबह चार बजे रोड एक्सीडेंट की सूचना पाकर कृष्णा नगर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दोनों को लोक बंधु अस्पताल पहुंचाया। हालांकि इलाज शुरू होने से पहले ही नीरज और यश की मौत हो गई। नीरज की बाइक से मिले पेपर के पुलिस ने उनकी पहचान की और हादसे की जानकारी परिजनों को दी। परिजनों की सूचना पर कृष्णा नगर पुलिस ने अज्ञात कार सवार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

बेटे का चेहरा तक नहीं देख सकी मां

यश की मां निशा गर्भवती है और चंद घंटे बाद ही उसकी डिलवरी होनी थी। परिवार ने निशा से बेटे यश की मौत की बात छिपाई रखी। बड़े बेटे की मौत के चंद घंटे बाद निशा को डिलवरी हुई और उसने एक बेटे को जन्म दिया। परिवार वाले अभी दुविधा में है कि बेटे के जन्म की खुशियां मनाये कि दो बेटों के मौत का गम। निशा अपने बड़े बेटे का अंतिम बार चेहरा तक नहीं देख सकी।

मौत की खबर से बहन बेसुध

तीन भाइयों में इकलौती बहन सुनीता इस बार राखी की जोरशोर से तैयारियां कर रही थी। राखी के साथ परिवार में दो गुनी खुशियां आने वाली थी। भतीजे के साथ भाइयों को भी राखी बांधने के लिए दो दिन से वह खरीदारी रही थी। राखी से दो दिन पहले भाई की मौत से बहन सुनीता बेसुध हो गई।