-चाईबासा पुलिस ने नक्सलियों के मोबाइल टेक्निकल यूनिट प्रमुख संजय गंझू को किया था अरेस्ट

-संजय गंझू उर्फ टेक्निकल को रॉकेट लांचर और मोर्टार बनाने में हासिल है महारत

-सारंडा और कोयलशंख जोन में होती थी हथियारों की असेम्बलिंग और टेस्टिंग

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JAMSHEDPUR : वेस्ट सिंहभूम स्थित सारंडा के जंगलों में माओवादियों द्वारा हथियारों की असेंबलिंग और इनका टेस्टिंग करते थे। यह खुलासा किया है संजय गंझु उर्फ प्रताप जी उर्फ रामेश्वर गंझु उर्फ टेक्निकल ने। पिछले दिनों चाईबासा पुलिस ने सिमडेगा थाना के फूलवाटांगर बाजारगढ़ के पास स्थित देवसार जंगल की पहाड़ी से उसे अरेस्ट किया था। पुलिस की पूछताछ में उसने कई अहम जानकारी दी है।

माओवादियों के टेक्निकल यूनिट का था प्रमुख

पुलिस की पूछताछ में संजय गंझू ने स्वीकार किया है कि उसने लातेहार, पलामू, गुमला, चतरा, सिमडेगा और लोहरदगा में सैकड़ों घटनाओं को अंजाम दिया है। संजय को रॉकेट लांचर व मोर्टार बनाने में महारथ हासिल है, इस कारण इसे संजय टेक्निकल भी कहा जाता है। संजय गंझू माओवादियों के झारखंड स्थित मोबाइल टेक्निकल यूनिट का प्रमुख था और झारखंड बिहार को-ऑर्डिनेटर प्रमुख के तौर पर काम करता था। बताते हैं कि संजय गंझू फेब्रिकेशन का सामान बाहर से मंगवा कर लोकल टेक्किनल टीम की हेल्प से सारंडा व कोयलशंख जोन में असेम्बल करता था।

हुई थी मोर्टार की टेस्टिंग

संजय गंझू काफी पहले से नक्सलियों को टेक्निकली स्ट्रांग करने में लगा हुआ था। वर्ष ख्008 में नल्ला भिक्षापति के साथ सारंडा के बलिवा व तिरिलपोसी के बीच जंगल में लोकल मेंबर्स की हेल्प से टेक्किनल कैंपस लगाया गया था। इसमें करीब क्ख्0 पीस मोर्टार का सेल तैयार किया गया था, जिसका परीक्षण टॉप एक्टिविस्ट अनल उर्फ पतिराम मांझी, अनमोल उर्फ लालचंद हेम्ब्रम, मनीष उर्फ किशन दा, मिसिर बेसरा, कृष्णा अहिर उर्फ प्रसाद जी के प्रेजेंस में किया गया था।

जवानों के पेट में प्लांट किया था बम

वर्ष ख्0क्फ् में लातेहार के बरवाडीह थाना एरिया स्थित कटिया जंगल में 7 जनवरी ख्0क्फ् को नक्सलियों ने पुलिस फोर्स पर हमला किया था। इसके बाद गायब जवानों की तलाशी के लिए निकले जवानों पर भी हमला करने के बाद शहीद जवानों के पेट में बम प्लांट किया गया था। इनके विस्फोट होने ने तीन ग्रामीणों की मौत हो गई थी। इस अलावा लातेहार के बेंदी रेलवे लाइन के पोल नंबर ख्ख्0-ख्ब् से ख्ख्0ख्8 के बीच रेल ट्रैक पर विस्फोटक लगाकर गाड़ी को उड़ा दिया गया था। इस दौरान रेलकर्मियों को किडनैप भी किया गया था।

प्रेमिका से मिलने के बाद घटना को देने वाला था अंजाम

संजय गंझू पर क्0 लाख रुपए का इनाम घोषित है। वह दस्ते के 8-क्0 हथियारबंद लोगों के साथ सुबह में देवसार जंगल में आया था। वहां से इसकी योजना अपनी प्रेमिका से मिलने की थी। प्रेमिका से मिलने के बाद वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाला था। इस सूचना के बाद वेस्ट सिंहभूम एसपी द्वारा टीम का गठन कर कार्रवाई की गई। पुलिस और माओवादियों के बीच लगभग क्0-क्भ् मिनट तक फायरिंग हुई। इस बीच संजय भागने लगा। पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी और उसे अरेस्ट कर लिया गया। उसे ट्रीटमेंट के लिए रांची स्थित रिम्स में एडमिट कराया गया है।

संजय गंझू द्वारा सारंडा के जंगलों में हथियारों की असेम्बलिंग व टेस्टिंग की जाती थी। यह भी पता चला है कि ख्008 में उसने टेक्निकल कैंप लगाया था।

-नरेंद्र कुमार सिंह, एसपी, वेस्ट सिंहभूम