रीवांचल एक्सप्रेस से जा रहे थे

घटना 25 मई की है। दिल्ली से चलकर रीवां जाने वाली रीवांचल एक्सप्रेस सुबह 10.15 बजे इलाहाबाद जंक्शन पहुंची। ट्रेन लगभग 11.15 बजे जसरा स्टेशन पहुंची। इसी ट्रेन से तीन छात्र सतना जा जा रहे थे। जसरा स्टेशन के पास अमन नामक एक छात्र का मोबाइल ट्रेन से गिर गया। मोबाइल पाने के लिए छात्रों ने रेलवे का नियम तोड़ा और चेन पुलिंग करके ट्रेन को रोक दी। चेन पुलिंग के बाद करीब सात मिनट तक टे्रन स्टेशन के निकट खड़ी रही। 11.22 बजे ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया। इसकी सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और आरपीएफ जवान मौके पर पहुंच गए और प्लेटफार्म पर पानी पी रहे तीन छात्रों को पकड़ लिया। तीनों से जसरा स्टेशन पर पूछताछ करने के बाद उन्हें छिवकी प्रभारी निरीक्षक आरएस चाहर के पास ले जाया गया। दोपहर 12.30 बजे एसओ अपने कमरे में आराम फरमाते मिले।

केस की कर दी लीपा-पोती

इंस्पेक्टर आरएस चाहर ने छात्रों से पूछताछ की तो उन्होंने कबूल कर लिया उन्होंने चेन पुलिंग करके ट्रेन रोकी थी। इसके बाद चाहर ने उन्हें हड़काना शुरू कर दिया जेल जाना पड़ेगा क्योंकि रेलवे का कानून तोड़ा है। इससे पूरा कॅरियर चौपट हो जाएगा। एक बार जेल की हवा खाओगे तब पता चलेगा चेन पुलिंग का मतलब क्या होता है। कॅरियर की बात आने पर छात्र प्रेशर में आ गए। शायद यही एसओ का मकसद भी था। इसके बाद उन्होंने सीधे छात्रों से सौदेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने प्रति छात्र दो हजार रुपए छोडऩे के एवज में मांगे। छात्रों ने इसे ज्यादा बताया तो आते-आते सौदा चार हजार रुपए में तय हो गया। छात्रों के पास तत्काल इतने पैसे नहीं थे, सो उन्होंने अपने एक मित्र छात्र को फोन किया और पैसे लेकर छिंवकी पहुंचने को कहा। आरोप है कि पैसे लेकर चौथे के पहुंचने से पहले ही दरोगा ने रौब झाड़कर तीनों छात्रों के पास से करीब पन्द्रह सौ रुपए हड़प लिए। दरोगा का यह रवैया देखकर एक छात्र ने अपने मोबाइल कैमरे से पूरे प्रकरण की वीडिओ फुटेज बनानी शुरू कर दी। कुछ देर बाद इन छात्रों का मित्र चार हजार रुपए लेकर पहुंचा तो दरोगा ने पैसे ले लिए कहा कि इसकी चर्चा किसी से न करें। अब वे घर जा सकते हैं, कोई कार्रवाई नहीं होगी। न मजिस्ट्रेट के सामने बयान होगा और न जीडी में ही कुछ लिखा जाएगा।

इस्पेक्टर से छात्रों की बातचीत

आरएस चाहर-कहां से कहां जा रहे थे

छात्र- इलाहाबाद से मैहर

आरएस चाहर-टिकट कहां से कहां तक था

छात्र-इलाहाबाद से सतना तक का

आरएस चाहर-किसलिए जा रहे थे

छात्र-सर मैहर दर्शन के लिए जा रहे थे

आरएस चाहर-तो फिर एसीपी आलर्म चैन पुलिंग क्यों किया

छात्र-मोबाइल पर बात कर रहे थे तभी पीछे से किसी ने धक्का दिया और वह ट्रेन से नीचे गिर गया

आरएस चाहर-किसने धक्का मारा तुम लोगो को

छात्र-किसने धक्का मारा नहीं देख पाए

आरएस चाहर-इसका मतलब चैन पुलिंग तुम लोगों ने की

छात्र-चैन पुलिंग की थी अंकल जी हुई नहीं थी इसके बाद हम मोबाइल ढूंढने स्टेशन की ओर चले गए प्लेटफार्म पर खड़े ही थे कि तभी इन लोगों ने पकड़ लिया

आरएस चाहर-जो हरकत तुम लोगों ने किया है इस पर तो चेन पुलिंग का केस दर्ज होगा

छात्र-सर बात घर तक पहुंचेगी तो मार पड़ेगी और फिर हम लोगों का कॅरियर भी दांव पर लग जाएगा, कुछ बीच का रास्ता निकालिए

आरएस चाहर-मैं तुम लोगों की क्या मदद कर सकता हूं

छात्र-सर आप तो कुछ भी कर सकते हैं

आरएस चाहर-तुम लोग छात्र हो इसलिए कोई बीच का रास्ता बताना जरूरी है। क्या तुम तीनों दो-दो हजार रुपए दे सकते हो

छात्र-तीनों लोग दो-दो हजार यानी की छ हजार रुपए ,सर ये रकम किसे देना है

आरएस चाहर-अरे हमी को देना है और हमी को लीपापोती करनी है। और किसी को ये बात बिल्कुल मत बताना कि लीपापोती के लिए तुम लोगो ने मुझे पैसा दिया है।

छात्र-सर प्लीज थोड़ा कुछ कम कर दीजिए हम लोग छात्र हैं इतनी रकम पास में नहीं रहती

आरएस चाहर-बता दिया न टोटल छह हजार रुपए

छात्र-सर कुछ कम नहीं हो सकता है

आरएस चाहर-अच्छा चलो तुम लोग छात्र हो, चार हजार रुपए ही दे देना।

छात्र-रकम की व्यवस्था करने में कुछ वक्त लगेगा

आरएस चाहर-लेन देन के बारे में किसी को मत बताना वरना तुम लोग समझना। कोई पूछे तो बता देना कि ट्रेन रुकी थी बस पानी पीने के लिए उतरे थे इतने में पकड़ लिया। इस बयान से पलटना मत वरना मैं तो इंकार रकम लेने की बात से पलट जाउंगा और फिर तुम लोग फंस जाओगे। आफिस के फोन से काल करके रकम मंगाओं तक तक मैं कागज तैयार करता हूं।

Report by- Ajeet Pratap Singh