- शौक पूरे करने के लिए करते लूटपाट, चेन लूटने की कठिनाई में करते पर्स की छिनैती

GORAKHPUR: शहर में चेन स्नेचर्स ने पुलिस की नाक में दम कर दिया है। आए दिन होने वाली चेन स्नेचिंग, पर्स और मोबाइल छिनैती की वारदातों से निपटने में पुलिस का पसीना छूट रहा। इधर एक गैंग को पुलिस अरेस्ट करती है तो उधर नए स्नेचर तैयार हो जाते हैं। मौसम बदलने पर चेन स्नेचर्स के सक्रिय होने की आशंका में पुलिस तैयारी में जुटी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चेन स्नेचर्स पर शिकंजा कसने के लिए फाइल खंगाली जाएगी। जेल भेजे गए सभी चेन स्नेचर्स का डाटा अपडेट किया जाएगा।

300 बदमाश चिन्हित, नए बढ़ा रहे सिरदर्द

पिछले तीन साल के भीतर करीब तीन सौ बदमाशों को पुलिस ने अरेस्ट करके जेल भेजा है। इनमें ज्यादातर चेन, पर्स और मोबाइल की छिनैती करने वाले हैं। 200 शातिरों को पुलिस ने चेन स्नेचर के रूप में चिन्हित किया है। लेकिन रोजाना नए-नए बदमाशों के पनपने से पुलिस भी हैरान रहती है। हाल के दिनों में शहर के भीतर चेन लूट के बजाय पर्स छिनैती की घटनाएं सामने आईं। शाहपुर और कैंट एरिया में बाइक सवार बदमाशों ने पर्स छीनकर पुलिस की परेशानी बढ़ा दी। दोनों मामलों में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले। लेकिन किसी ठोस नतीेजे पर नहीं पहुंच सकी। थानों में रखे बदमाशों के एलबम की मदद भी ली गई। फिर भी बदमाशों की पहचान नहीं हो पाई। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि लूट और छिनैती में चिन्हित बदमाशों की जगह नए-नए लड़के वारदात करने लगते हैं। ऐसे में थोड़ी मुश्किल सामने आती है।

जिसने चाहा वही बन गया स्नेचर

पुलिस का कहना है कि चेन स्नेचर बनना काफी आसान है। शहर में तीन तरह के स्नेचर घूमते हैं। इनमें एक राहगीरों से मोबाइल लूटकर भागते हैं। दूसरे लोगों के गले से चेन लेकर चले जाते हैं। तीसरी कटैगरी वाले बदमाश महिलाओं के पर्स और चेन दोनों लूट लेते हैं। वारदातों की पड़ताल पर पता लगता है कि चेन लूटने वाला बाइक सवार बदमाश अकेले था। पता पूछने के बहाने महिलाओं के चेन और पर्स लूटने का ट्रेंड बदमाशों ने अपनाया है। रामगढ़ताल एरिया में पुलिस ने आठ जनवरी को सगे रिश्तेदारों को अरेस्ट किया। दोनों कपड़ा बेचने की फेरी लगाते थे। रास्ते में किसी का मोबाइल फोन लूटकर भाग जाते थे। उनके पास से 25 महंगे मोबाइल फोन बरामद हुए। इसके पहले वह दोनों कभी किसी घटना में नहीं पकड़े गए थे। उनसे पूछताछ में सामने आया कि फेरी लगाने में मुनाफा नहीं था। फोन बेचकर अच्छी कमाई हो जाती थी। पुलिस का कहना है कि नए बदमाशों के चेहरे पुलिस को पता नहीं होते इसलिए वह मनमारी करते रहते हैं।

धूप बढ़ने के साथ बढ़ेगा खतरा

शीतलहर का मौसम बीतने के बाद चेन स्नेचिंग का खतरा भी बढ़ने की आशंका पुलिस जता रही है। इसलिए इसकी रोकथाम के लिए पुलिस पहले से प्लानिंग में जुट गई है। क्राइम ब्रांच से जुड़े लोगों का कहना है कि जाड़े में शॉल, स्वेटर और जैकेट में चेन छिप जाती है। गर्मी बढ़ने पर शॉल और स्वेटर हटते ही चेन नजर आने लगती है। इसका फायदा उठाते हुए बदमाश लूटपाट शुरू कर देते हैं। पुलिस मान रही है कि सर्दी खत्म होने पर बदमाश धावा बोलेंगे। इसलिए पहले से उन पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है।

क्या तैयारी कर रही पुलिस टीम

- तीन साल के भीतर हुई चेन स्नेचिंग की घटनाओं की समीक्षा की जाएगी।

- चेन स्नेचिंग, मोबाइल और पर्स लूट में चिन्हित शातिरों की निगरानी बढ़ेगी।

- जेल से जमानत में छूटे बदमाशों, उनके मददगारों की फाइलें भी पुलिस खंगालेगी।

- किस थाना क्षेत्र में, कहां पर ज्यादा वारदातें हुई हैं। इस संबंध में रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

- चेन स्नेचिंग वाले स्थान, बदमाशों के भागने के रास्ते सहित अन्य जगहों की जानकारी पुलिस कर्मचारियों को कराएंगे।

- मार्केट, मोहल्लों, बाजार में ज्यादा से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए पुलिस टीम पब्लिक से मदद मांगेगी।

हाल के दिनों में हुई चेन स्नेचिंग, पर्स लूट

6 जनवरी 2020: मोहद्दीपुर में बदमाशों ने महिला अमीन का पर्स लूटा।

5 जनवरी 2020: शाहपुर के शिवपुर सहबाजगंज सेक्टर तीन में महिला से छिनैती की।

7 जनवरी 2020: शाहपुर एरिया में बदमाशों ने मार्बल कारोबारी की मां को झांसा देकर लूटपाट की।

5 जनवरी 2020: शाहपुर के शिवपुर सहबाजगंज में रिटायर इंजीनियर की पत्नी से मोबाइल और पर्स की लूट।

वर्जन

हर वारदात के पर्दाफाश में नए चेहरे सामने आते हैं। चेन स्नेचिंग की रोकथाम के लिए प्लान बनाया जा रहा है। क्राइम ब्रांच की टीम को एक्टिव किया जाएगा। घटनाओं की विधिवत समीक्षा करके समय, स्थान, थाना क्षेत्र सहित अन्य बिंदुओं की जानकारी पुलिस को दी जाएगी। जिस एरिया में ज्यादा वारदातें हुई हैं। वहां पर पुलिस का मूवमेंट बढ़ाया जाएगा।

प्रवीण कुमार सिंह, सीओ क्राइम ब्रांच