डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 14 April 2021 बुधवार को द्वितीया तिथि 12:58:35 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि हैं। द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी माँ पार्वती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकले। बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करने का विशेष महत्त्व होता है आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती है। इस तिथि में बैंगन और नींबू नही खाना चाहिए यह तिथि प्रतिष्ठा, यात्रा, विवाह, आभूषण आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
14 अप्रैल 2021 दिन- मंगलवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:39:29
सूर्यास्तः- सायं 05:44:40
विशेषः-बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करने का विशेष महत्त्व होता है आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती है।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- उत्तरायण
ऋतुः- बसंत ऋतु
मासः- चैत्र माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- द्वितीया तिथि 12:58:35 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि
तिथि स्वामीः- द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी माँ पार्वती हैं।
नक्षत्रः- भरणी नक्षत्र 17:23:56 तक तदोपरान्त कृतिका
नक्षत्र स्वामीः- भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव जी हैं तथा कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव जी है।
योगः- प्रीति 16:13:59 तक तदोपरान्त आयुष्मान
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकले।
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:45:00 A.M से 12:21:00 P.M तक
राहुकालः- आज का राहु काल 12:21:00 P.M से 01:57:00P.M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन और नींबू नही खाना चाहिए यह तिथि प्रतिष्ठा, यात्रा, विवाह, आभूषण आदि के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”