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उत्तरकाशी : विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा का आज से आगाज हो रहा है. अक्षय तृतीया के मौके पर आज गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोले जाएंगे. कपाटोद्घाटन के लिए दोनों धामों को फूलों से सजाया गया है. सोमवार को गंगा की डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थल से गंगोत्री धाम के लिए रवाना हो चुकी है.

गंगोत्री की डोली रवाना
गंगोत्री के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा में धराली और हर्षिल के ग्रामीणों के साथ हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में गंगोत्री की डोली अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास के लिए रवाना हुई. इससे पहले वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ गंगा की भोग मूर्ति का श्रृंगार किया गया और दोपहर बाद ठीक सवा बारह बजे डोली मंदिर से बाहर लाई गई. गंगा के जयकारों के बीच सेना की महार रेजीमेंट बैंड की धुन पर सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ डोली अपने पहले पड़ाव भैरव घाटी पहुंची. रात्रि प्रवास के बाद डोली मंगलवार सुबह गंगोत्री के लिए रवाना होगी और सुबह 11.30 बजे धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. यमुना की डोली आज ही अपने हिमालयी धाम के लिए रवाना होगी.

केदार की डोली भी निकली हिमालयी धाम
रुद्रप्रयाग : 9 मई को केदारनाथ धाम के कपाट भी ग्रीष्मकाल के लिए खोले जाने हैं. इससे पहले सोमवार को केदारनाथ की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थल ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर से केदारधाम के लिए रवाना की गई. आर्मी बैंड की मधुर धुनों के बीच हजारों श्रद्धालुओं के साथ उत्सव डोली शाम को अपने पहले पड़ाव फाटा पहुंची. रात्रि प्रवास के बाद उत्सव डोली बुधवार को गौरीकुंड और गुरुवार को केदारनाथ धाम पहुंचेगी. इस अवसर पर केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग और बदरी-केदार टेंपल कमेटी के उपाध्यक्ष अशोक खत्री समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.

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