- सूरत, कनार्टक, फतेहपुर और नागपुर के आरोपियों ने मिलकर रची साजिश

- आठ पर हत्या, पांच पर साक्ष्य छिपाने व शरण देने का आरोप

- नाका पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट

- चार जनवरी से न्यायालय में होगी मामले की सुनवाई

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रुष्टयहृह्रङ्ख : ¨हदूवादी नेता कमलेश तिवारी की सनसनीखेज हत्या के मामले में नाका पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ हत्या व साजिश और पांच के खिलाफ शरण देने, साक्ष्य छिपाने का आरोप तय किया है। कोर्ट में कुल 13 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। इनमें बरेली निवासी मौलाना कैफी अली जमानत पर है, जबकि 12 आरोपी जेल में हैं।

किस पर क्या आरोप

अशफाक हुसैन: सूरत निवासी अशफाक हुसैन पर हत्या, साक्ष्य छिपाने, साजिश रचने, जालसाजी करने, 66 आइटी एक्ट व आ‌र्म्स एक्ट का दोषी पुलिस ने पाया। इन सभी धाराओं में चार्जशीट दाखिल की है।

मोईनुद्दीन: मोइनुद्दीन पर हत्या, हत्या की साजिश रचने, साक्ष्य छिपाने और आ‌र्म्स एक्ट के तहत आरोप तय किया गया है।

पठान रसीद, फैजान और मोहसिन सलीम शेख: सूरत निवासी इन तीनों आरोपियों पर हत्या और हत्याकांड की साजिश का आरोप है।

कैफी अली, रईस अहमद व मुहम्मद आसिफ रजा: बरेली निवासी कैफी अली, पलिया निवासी रईस अहमद व मुहम्मद आसिफ रजा को पुलिस ने हत्यारोपितों की मदद करने और उन्हें शरण देने का आरोपी बनाया है।

मुहम्मद नावेद व मुहम्मद कामरान : बरेली निवासी मुहम्मद नावेद और मुहम्मद कामरान पर हत्यारोपितों को शरण देने, मदद करने और साक्ष्य छिपाने का आरोप है।

सैयद आसिम अली: नागपुर निवासी सैयद आसिम अली पर 66 आइटी एक्ट, हत्या और हत्याकांड की साजिश रचने की चार्जशीट दाखिल की गई है।

यूसुफ खान: फतेहपुर निवासी यूसुफ खान पर हत्या, हत्या की साजिश और आ‌र्म्स एक्ट के तहत आरोपी बनाया है।

मुहम्मद जाफर शादिक कुप्पेलर : कनार्टक के रहने वाले मुहम्मद जफर पर हत्या, हत्या की साजिश, आरोपियों को शरण देने और मदद करने का आरोप है।

यह है पूरी घटना

18 अक्टूबर को नाका के खुर्शेद बाग कॉलोनी में रहने वाले हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की गोली मारने के बाद चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारोपी सूरत से अपनी पहचान छिपाकर राजधानी में वारदात को अंजाम देने आए थे। पुलिस को आरोपियों का पहचान पत्र मिला था, जिसके जरिए उनकी शिनाख्त हुई। मोईनुद्दीन और अशफाक का नाम हत्या को अंजाम देने में उजागर हुआ था। पड़ताल में वारदात के पीछे साजिश रचने वालों के नाम उजागर होने पर सूरत से उन्हें दबोच लिया गया। इसके बाद मददगार भी गिरफ्त में आ गए। वहीं, दोनों हत्यारोपियों को सूरत पुलिस ने गिरफ्तार किया।